
वाराणसी से सटे मुगलसराय स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रक्रिया तेज कर दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखकर सहमति देने का अनुरोध किया है.
यूपी सरकार से मांगी गई नाम बदलने के लिए सहमति
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने इस बारे में 'आज तक' से बातचीत में कहा कि चंदौली से सांसद बनने के बाद उनकी पहल पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से सहमति मांगी है. उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी की सरकार इस प्रस्ताव को सहमति दे देगी.
रेल और गृह मंत्रालय ने तेज की कार्रवाई
डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि मामले में रेल मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से नाम बदलने की कार्यवाही आगे बढ़ाने का अनुरोध उनकी चिट्ठी पर किया था. गृह मंत्रालय ने इस बारे में पत्र लिखकर मामला आगे बढ़ाया है. डॉ. पांडेय ने इस बारे में यूपी सरकार से अपील की है कि वो केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर जल्द से जल्द सकारात्मक कदम उठाकर दीनदयाल उपाध्याय से जुड़ी लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करे.
मनाई जा रही है दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी
गौरतलब है कि बीजेपी और केंद्र सरकार की ओर से 2016 का साल पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मशताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. 25 सितंबर को बीजेपी दीनदयाल उपाध्याय के 100वीं जयंति पर केरल के कालीकट में विशेष अधिवेशन करने की तैयारी भी कर रही है, जहां दीनदयाल उपाध्याय को 1967 में बीजेपी के पूर्ववर्ती संस्करण अखिल भारतीय जनसंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था.
दीनदयाल उपाध्याय को याद कर रहा है रेल मंत्रालय
रेल मंत्रालय ने दीनदयाल उपाध्याय की स्मृति में एकात्मता ट्रेन, अंत्योदय एक्सप्रेस और दीनदयालु कोच नाम से रेलवे की नई योजनाएं शुरू की हैं. मुगलसराय रेल स्टेशन का नाम परिवर्तन भी इस दिशा में केंद्र का बड़ा कदम है. इस पर केंद्र सरकार ने कदम आगे बढ़ा दिए हैं.
भदोही के सांसद ने भी की स्टेशन का नाम बदलने की मांग
बीजेपी के भदोही से सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी इस बारे में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को चिट्ठी लिखी है कि वो सपा के प्रेरणास्रोत राममनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की दोस्ती का सम्मान कर केंद्र के प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दिलाएं. वीरेंद्र सिंह ने संसद में भी मामला उठाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि मामले को राजनीतिक मतभेदों से ऊपर रखा जाना चाहिए.
महापुरुषों का याद दिलाता है रेलवे स्टेशन का नाम
गौरतलब है कि केंद्र की पहले पर पहले भी डॉ. राजेंद्र प्रसाद, राम मनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, आचार्य नरेंद्र देव समेत कई नेताओं के नाम पर रेलवे स्टेशनों का नामकरण किया जा चुका है. मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम किए जाने की मांग भी इस कड़ी में बेहद पुरानी है.
मुगलसराय यार्ड में मिला था दीनदयालजी का शव
11 फरवरी 1968 को मुगलसराय स्टेशन के यार्ड से दीनदयाल उपाध्याय की लाश लावारिस और रहस्यमयी हालत में बरामद की गई थी. मौत के वक्त दीनदयाल उपाध्याय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और मार्क्सवादी, समाजवादी और पूंजीवादी विचारधारा से अलग भारतीय हिंदू दर्शन पर आधारित एकात्म मानव दर्शन की वैकल्पिक राजनीतिक विचारधारा को खड़ा करने में जुटे थे.