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रूस में सुषमा स्वराज बोलीं- आतंकवाद पर दोहरा मानदंड बर्दाश्त नहीं कर पाएगी दुनिया

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है. विभिन्न देश इसके खिलाफ लड़ाई में दोहरा मानदंड नहीं अपना सकते. सुषमा ने रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की 14वीं बैठक के दौरान ये बातें कहीं.

केशव कुमार
  • मॉस्को,
  • 18 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 8:40 AM IST

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है. विभिन्न देश इसके खिलाफ लड़ाई में दोहरा मानदंड नहीं अपना सकते. सुषमा ने रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की 14वीं बैठक के दौरान ये बातें कहीं.

तत्काल हो आतंकवाद का समाधान
सुषमा ने कहा कि अगर हम आतंकवाद के खिलाफ निपटने में दोहरे मापदंड अपनाते रहेंगे, तो यह न सिर्फ हमारे देशों के लिए बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर खतरा होगा. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह मुद्दा तत्काल हल होना चाहिए. उन्होंने इसके लिए चीन और रूस का समर्थन मांगा.

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आईजीएन पर मांगा चीन और रूस का साथ
उन्होंने कहा कि इस संबंध में कुछ सकारात्मक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं. पहली बार इस मुद्दे से जुड़े मसौदे को अंतरसरकारी (आईजीएन) वार्ता की मेज पर रखा गया. मैं इस मुद्दे पर अपने चीनी और रूसी सहयोगियों से समर्थन मांगती हूं ताकि आईजीएन की प्रक्रिया आगे बढ़े.

दिया ब्रिक्स बैठक का न्योता
वैश्विक अर्थव्यवस्था में छाई सुस्ती पर भारतीय मंत्री ने कहा कि तीन बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं भारत, रूस और चीन का एक जैसा ही दृष्टिकोण है. हमारे दृष्टिकोणों का समन्वय होने से फायदा हो सकता है. सुषमा ने इस साल गोवा में अक्टूबर में होने वाले ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन में सभी पक्षों से सक्रिय भागीदारी करने की अपील की.

भारतीयों की सुरक्षा पर चर्चा
इसके पहले विदेश मंत्री ने अपने रूसी समकक्ष सर्जेई लावरोव से मुलाकात की. इसके दौरान रूस में एक भारतीय की हत्या और आग की एक दुर्घटना में दो भारतीय छात्राओं की मौत के मुद्दे उठाने के साथ प्रमुख द्विपक्षीय विषयों पर चर्चा की.

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रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने दिलाया भरोसा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि विदेश मंत्री ने भारतीय नागरिकों यासिर जावेद जो काजान में मारे गए और स्मोलेंस्क स्टेट मेडिकल एकेडमी में आग लगने के दौरान मारी गईं पूजा कल्लूर और करिश्मा उदय भोसले के मामलों को उठाया. विदेश मंत्री लावरोव ने उन्हें जांच की प्रगति पर जानकारी दी.

काजान में मारे गए थे जावेद
सुषमा ने श्रीनगर के कारोबारी जावेद की हत्या का मामला उठाया जिसकी पिछले महीने काजान शहर में स्थानीय गुंडों ने हमला कर हत्या कर दी थी. जावेद पर तीन मार्च को काजान में अज्ञात उपद्रवियों ने हमला कर दिया था. कई दिन तक कोमा में रहने के बाद एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी. सुषमा ने लावरोव से कहा कि जांच के बाद दोषी को दंडित किया जाना चाहिए.

रूसी पर्यटक पर एसिड अटैक पर अफसोस
उन्होंने दो भारतीय छात्राओं की मौत का विषय भी उठाया जो पश्चिम रूस में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगी आग में मारी गई थीं. महाराष्ट्र की रहने वाली पूजा और करिश्मा के साथ फरवरी में यह हादसा घटा. सुषमा ने पिछले दिनों भारत में एक रूसी लड़की पर तेजाब फेंके जाने की घटना पर अफसोस जताया. उन्होंने पीड़ित लड़की से मिलने के बाद कहा कि भारत ने सुनिश्चित किया है कि उनका दोनों देशों में इलाज हो.

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चीन से की मसूद अजहर केस में बातचीत
इससे पहले रूस में सुषमा स्वराज ने अपने चीनी समकक्ष वांग ली के साथ पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर का मामला भी गंभीरता से उठाया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने की भारत की अर्जी का विरोध करने पर चीन की मंशा पर भी सवाल किए.

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