
बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को नेशनल असेंबली में कहा कि वह भारत के खिलाफ कश्मीर को राजनीतिक, नैतिक और कूटनीतिक समर्थन जारी रखेंगे. इसके साथ ही शरीफ ने पनामा पेपर्स में आए नामों की जांच के लिए एक संयुक्त समिति का गठन करने के लिए कहा और अपने परिवार के खिलाफ लगे धनशोधन के आरोपों को खारिज कर दिया.
सदन में आरोपों को किया सामना
पनामा पेपर्स में नवाज शरीफ के परिवार के लोगों का नाम आने के बाद विपक्ष ने प्रधानमंत्री से मांग की थी कि वह अपना नाम पाक साफ कराने के लिए सदन का सामना करें जिसके बाद शरीफ ने संसद को संबोधित किया. शरीफ ने नेशनल असेंबली के स्पीकर से पनामा पेपर्स में उल्लेख किए गए नामों की जांच के लिए विपक्ष से विचार विमर्श कर एक विस्तृत प्रक्रिया तैयार करने के लिए कहा.
परिवार पर लगे आरोपों को खारिज किया
शरीफ ने अपने परिवार के कारोबार के मुद्दे पर विस्तार से बात की, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि उसकी स्थापना बंटवारे से भी पहले हुई थी. उन्होंने धन शोधन के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके परिवार ने पाकिस्तान से धन का कोई हस्तांतरण नहीं किया बल्कि यूएई और सउदी अरब में पारिवारिक कारोबार से हुई आमदनी से ब्रिटेन में संपत्तियां खरीदीं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जवाबदेही के लिए तैयार हैं लेकिन मांग की कि भ्रष्टाचार में लिप्त सभी दूसरे लोग भी जांच का सामना करें.