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नीतीश की 'चुप्पी' के बीच लालू के समर्थन में आए शरद यादव, बोले- गठबंधन के खिलाफ कार्रवाई

जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने लालू के परिवार पर हुए सीबीआई छापों को बदले की कार्रवाई बताया है. 'आज तक' से हुई खास बातचीत में शरद यादव ने कहा कि यह महागठबंधन को रोकने की कार्रवाई है. जब से गठबंधन की बात हो रही है यह कार्रवाई हो रही है.

शरद यादव शरद यादव
अशोक सिंघल/सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली/पटना,
  • 10 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 1:36 PM IST

लालू परिवार पर सीबीआई के कसते शिकंजे के बाद बिहार में उठा राजनीतिक बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर जहां विरोधी दल तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर अड़े हैं तो वहीं दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'मौन व्रत' धारण कर लिया है. नीतीश कुमार ना तो आज लोक संवाद कार्यक्रम करेंगे ना ही कल दिल्ली में होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे.

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आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने आज होने वाला जनता दरबार यानी लोक संवाद कार्यक्रम रद्द कर दिया है. इसके पीछे उन्होंने अपनी खराब सेहत का हवाला दिया है. इसके साथ-साथ दिल्ली में विपक्ष की वाइस प्रेसिडेंट के उम्मीदवार को लेकर होने वाली बैठक में भी नीतीश कुमार नहीं जाएंगे.

शरद यादव होंगे विपक्ष की बैठक में शामिल

जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने लालू के परिवार पर हुए सीबीआई छापों को बदले की कार्रवाई बताया है. 'आज तक' से हुई खास बातचीत में शरद यादव ने कहा कि यह महागठबंधन को रोकने की कार्रवाई है. जब से गठबंधन की बात हो रही है यह कार्रवाई हो रही है. नीतीश कुमार के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश बिहार के हालात की वजह से कल दिल्ली में होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि विपक्ष की बैठक में पार्टी की तरफ से वे खुद शामिल होंगे. आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने के लिए कल संसद में विपक्षी दलों की बैठक होनी है.

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किसी से बात नहीं कर रहे हैं नीतीश कुमार

लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई छापों के बाद नीतीश कुमार ने मौन व्रत धारण कर लिया है. कहा गया है कि उनकी तबीयत खराब है. इसलिए वह किसी से बात नहीं कर रहे हैं. लेकिन कल नीतीश कुमार में जेडीयू की एक बैठक बुलाई है. माना यह जा रहा है कि नीतीश कुमार तमाम राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. इसलिए सोची समझी रणनीति के तहत वह सीबीआई छापा पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. इसी वजह से उन्होंने आज जनता दरबार रद्द कर दिया है और दिल्ली की कल विपक्ष की बैठक में भी वह नहीं जाएंगे.

लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार खुद की तबीयत का बहाना बनाकर सीबीआई छापे पर कुछ नहीं बोले हैं. इतना ही नहीं उन्होंने तमाम पार्टी नेताओं और प्रवक्ताओं को भी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधने को कहा है. अभी सबकी नजरें कल नीतीश कुमार बुलाई गई जेडीयू विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक पर लगी है कि वह लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई मामलों पर क्या स्टैंड लेते हैं.

 

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