
आम्रपाली बिल्डर्स के खिलाफ निवेशकों ने ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. निवेशकों की ओर से अभी तक कुल 8 एफआईआर दर्ज करवाई गईं हैं. जालसाजी और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत यह सभी मामले दर्ज किए गए हैं.
आम्रपाली ग्रुप के सीएमडी अनिल शर्मा, डायरेक्टर मोहित गुप्ता और शिव प्रिय के खिलाफ केस दर्ज कराए गए हैं. निवेशकों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. बताते चलें कि इससे पहले भी आम्रपाली ग्रुप के दो वरिष्ठ अधिकारी सरकारी पैसा नहीं चुकाने के मामले में हवालात की हवा खा चुके हैं.
शनिवार को एक बार फिर करीब 250 निवेशकों ने बिल्डर्स के खिलाफ मामला दर्ज कराया. माना जा रहा है कि एफआईआर का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. आम्रपाली बिल्डर्स के खिलाफ निवेशकों में काफी गुस्सा है. नोएडा एक्सटेंशन में खरीददारों द्वारा रकम मिलने के बाद अभी तक उन्हें घर मुहैया नहीं करवाए गए हैं.
आम्रपाली ग्रुप अपने ज्यादातर निवेशकों से फ्लैट की 80 से 90 फीसदी रकम वसूल चुका है लेकिन 7 साल बीत जाने के बाद भी ग्रुप का कोई प्रोजेक्ट तैयार नहीं है. बताते चलें कि आम्रपाली बिल्डर्स पर नोएडा अथॉरिटी के साथ-साथ बैंकों का भी काफी पैसा बकाया है.
वहीं पिछले 22 दिनों से कुछ निवेशक सेक्टर-62 स्थित आम्रपाली ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे हैं. वह अपने घर की मांग के साथ बिल्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हाल ही में निवेशकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए यूपी सरकार ने तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की थी.
2 दिन पहले कमेटी ने बिल्डर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए थे. साथ ही कमेटी के सदस्यों ने निवेशकों को भी निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया था.