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गुजरात: कच्छ में मिले सदी के सबसे पुराने डायनासोर के जीवाश्म

खोजी टीम के सदस्यों का मानना है की यह अनोखी खोज है और इस पूरे कंकाल के निकलने पर शायद डायनासोर के बारे में कई उनसुलझे राज उजागर हो सकते है.

सबसे पुराने डायनासोर के जीवाश्म मिले सबसे पुराने डायनासोर के जीवाश्म मिले
लव रघुवंशी
  • कच्छ,
  • 14 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 12:23 AM IST

भारत-जर्मन के भूवैज्ञानिकों और जीवाश्म विज्ञानियों ने गुजरात के कच्छ से 15 करोड़ साल पुराने डायनासोर के अवशेष को खोज निकाला है. संभावना जाहिर की जा रही है कि यह इस सदी का सबसे पुराना जीवाश्म है.

10-15 मीटर लंबा डायनासोर
खोजी टीम के सदस्यों का मानना है की यह अनोखी खोज है और इस पूरे कंकाल के निकलने पर शायद डायनासोर के बारे में कई उनसुलझे राज उजागर हो सकते है. संभवतः मिले कूल्हे की हड्डी के टुकड़ों से जो कि लगभग दो फुट लंबी है से अनुमान है कि यह एक 10-15 मीटर लंबा पशु हो सकता है.

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साल 2008 से जारी है खोज
साल 2008 से खोज में लगे विशेषज्ञों को अब तक कुछ-कुछ अवशेष ही मिलते थे जैसे की उनके दांत, हड्डियां लेकिन इतना सुरक्षित कंकाल मिलना एक अनोखी और अचंभित करने वाली बात है. इस डायनासोर का जबड़ा, रीढ़ की हड्डी और दो पसलियां बिल्कुल जुड़ी और स्पष्ट दिख रही हैं.

कच्छ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार और जिओलॉजिस्ट डॉ. महेश ठक्कर ने कहा, 'हमारे विभाग के कुछ बच्चे जब लोडाई गांव में डायनासोर के अवशेषों खोज में लगे हुए थे तब उनका फोन आया की थोड़ी सी खुदाई करने पर डायनासोर के जबड़े जैसे अवशेष दिखाई दिए है.' डॉ ठक्कर जर्मनी से आए अपने साथी प्रोफेसर के साथ साइट पर पहुंचे तब उन्हें प्रथम दृष्टया में ही यह एक अमुल्य खोज लगी.

डायनासोर के दांत से इतना तो अनुमान लगा कि यह जुरासिक काल में जरूर मांसाहारी रहा होगा.

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