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पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद मोदी सरकार के समर्थन में बने माहौल की हवा निकलती दिख रही है. वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर पूर्व सैनिक की खुदकुशी के मसले को सियासी हथियार बनाकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ हमला बोल दिया है. हरियाणा के भिवानी निवासी पूर्व सूबेदार राम किशन ग्रेवाल की खुदकुशी को मुद्दा मनाकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने ओआरओपी पर मोदी सरकार को जबरदस्त तरीके से घेरने की कोशिश की. अब यूपी की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने ओरओपी के मसले को लेकर मोदी सरकार पर हल्ला बोल दिया है.
उरी हमले के बाद उपजे जनाक्रोश के बीच भारतीय कमांडो ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के ठिकाने नष्ट किए तो मोदी सरकार ने सेना की इस कार्रवाई को आगामी विधानसभा चुनावों में भुनाने की तैयारी कर ली. मोदी सरकार के लिए यूपी के विधानसभा बेहद अहम हैं. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद यूपी चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने इससे जुड़े पोस्टर लगा दिए. इन पोस्टरों पर पीएम मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की तस्वीरें प्रमुखता से लगीं. दशहरे के मौके पर पीएम मोदी लखनऊ गए तो उन्होंने ने भी सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दा उछालकर वोटरों को लुभाने की कोशिश की. ऐसा लगने लगा कि बीजेपी इस मौके का पूरा फायदा उठा लेगी. लेकिन विपक्षी दलों को अब मोदी सरकार के खिलाफ नया हथियार मिल गया है.
वैसे शुरू में तो विपक्ष ने सर्जिकल स्ट्राइक के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े कर दिए और ऑपरेशन के सबूत मांगकर मोदी सरकार को बैकफुट पर लाने की कोशिश की. किसी तरह मामला शांत हुआ तो एक थ्योरी यह निकाली गई कि सेना पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दे चुकी है जबकि मोदी सरकार दावा करती रही कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मोदी सरकार पर पलटवार करने वालों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सबसे आगे रहे. विपक्षी दलों ने इस बात को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना की कि सरकार सेना के काम का क्रेडिट ले रही है जो ठीक नहीं है.
अब पूर्व सैनिक की खुदकुशी के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को मोदी सरकार के खिलाफ बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है. बुधवार को राजधानी दिल्ली में दिनभर सियासी ड्रामा चला. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हिरासत में लिए गए. इनके समर्थकों ने सड़क पर उतरकर जमकर हंगामा किया. राहुल और केजरीवाल समेत तमाम विपक्षी नेता भिवानी में गुरुवार को पूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार में भी हिस्सा लेने पहुंचे. दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने तो मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान भी कर दिया है.
गुरुवार को ही यूपी के सीएम अखिलेश यादव की समाजवादी विकास रथ यात्रा का आगाज हुआ. इस मौके पर अखिलेश यादव और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोला. पूर्व सैनिक की खुदकुशी के मसले पर मोदी सरकार को घेरते हुए अखिलेश ने पीएम नरेंद्र मोदी का नाम तो नहीं लिया लेकिन इतना जरूर कहा कि हमारे जवान सीमा की रक्षा करते शहीद होते हैं और अब आत्महत्या भी कर रहे हैं. हमें सोचना होगा कि देश किस दिशा में जा रहा है. मुलायम ने कहा कि शहीदों के परिवारवालों वालों को हम सलाम करते हैं. पीएम मोदी को शहीदों के परिजनों से मिलना चाहिए. सपा मुखिया का इशारा सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान की सरहद पर बढ़ रहे तनाव और गोलीबारी की घटनाओं की तरफ भी था.
सैनिकों की वन रैंक वन पेंशन की लंबे समय से चली आ रही मांग को मोदी सरकार के कार्यकाल में ही हाल में पूरा किया गया है. लेकिन इसमें विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिकों का संगठन आज भी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहा है. हालांकि ओआरओपी लागू किए जाने के बाद इसमें बाकी रही विसंगतियों की जांच के लिए केंद्र सरकार ने न्यायिक कमेटी बनाई थी और रक्षा मंत्री इस कमेटी की रिपोर्ट का अध्ययन कर रहा है. पीएम मोदी और सरकार के दूसरे मंत्री वन रैंक वन पेंशन लागू किए जाने को जमकर प्रचारित भी कर रहे थे. लेकिन पूर्व सैनिक की खुदकुशी और इसे लेकर मचे सियासी कोहराम से मोदी सरकार परेशान जरूर है. ऐसा लग रहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा उछालकर विधानसभा चुनाव में वोटरों को लुभाने की बीजेपी की रणनीति पर विपक्षी दलों की नई कोशिश पानी फेर देगी.