
विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े उत्तर प्रदेश में राजनीतिक उठापटक चरम पर है. टिकट बंटवारे पर एक बार फिर संग्राम में फंसी सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी अब दो फांक हो चुकी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल पर अनुशासनात्मक कारवाई करते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है.
वहीं पार्टी से निकाले गए रामगोपाल यादव में कहा कि पार्टी से उन्हें और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को निकाले जाने का फैसला पूरी तरह से असंवैधानिक है. रामगोपाल ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय अधिवेशन पार्टी कार्यकर्ताओं के कहने पर बुलाया था.
इससे इतना तय हो चुका है कि राज्य में अखिलेश सरकार गंभीर संकट में पहुंच गई है और अब सत्ता पर बने रहने के लिए उन्हें पार्टी के ज्यादा से ज्यादा विधायकों को अपने साथ रखने की चुनौती है. बात सिर्फ इतने से नहीं बनने वाली यह भी तय है. क्योंकि यह भी साफ है कि पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह के कई करीबी विधायक और राज्य अध्यक्ष शिवपाल यादव के खेमें के ज्यादातर विधायक मुलायम और शिवपाल के साथ रहने का फैसला करते हुए अखिलेश का साथ छोड़ सकते हैं. ऐसे में अखिलेश यादव यदि ज्यादा से ज्यादा विधायकों को अपने साथ रोकने में सफल होते हैं तो सरकार बचाने के लिए उन्हें राज्य की दूसरी पार्टियों में सेंध लगाने के साथ-साथ समर्थन की जरूरत पड़ेगी.
आइए देखें उत्तर प्रदेश विधानसभा में किस पार्टी के पास कितने विधायक हैं.
कुल विधायक- 403
बहुमत के लिए जरूरी - 202
समाजवादी पार्टी- 224
बहुजन समाज पार्टी- 80
भारतीय जनता पार्टी- 47
कांग्रेस- 28
आरएलडी- 9
पीस पार्टी- 4
एनसीपी - 1
इंडिपेंडेंट-14