
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 2013 बैच के ट्रेनी आईएएस अफसरों से मुलाकात की. इस दौरान PM ने अफसरों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाया और किसानों व गरीबों के बीच काम करने की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि आप देश का भविष्य बदल सकते हैं और इसके लिए खूब पसीना बहाने की जरूरत है.
पीएम मोदी से मिलने वाले सभी 169 आईएएस अफसर पहली बार सहायक सचिवों के तौर पर करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अफसरों से केंद्र सरकार के साथ चलने वाली 3 महीने लंबी ट्रेनिंग के बारे में बात की. पीएम ने कहा, 'हम जो कर रहे हैं उसका हमारे दृष्टिकोण से तालमेल होना चाहिए. साथ ही हमें उन बातों को हमेशा याद रखना चाहिए जो हम ग्राउंड पर सीखते हैं. अगले 10 वर्षों में आप 1/5 जिलों का प्रशासन संभालेंगे. आप देश की किस्मत बदल सकते हैं.'
नई दिल्ली स्थित डीआरडीओ भवन में ट्रेनी अफसरों का उत्साहवर्धन करते हुए प्रधानमंत्री आगे कहा, 'आप सब कुछ नया, कुछ अच्छा करना चाहते हैं. आप एक नई जिम्मेदारी की ओर बढ़ रहे हैं. आप सभी के मन में यह बात होनी चाहिए कि आप खुद को साबित करके दिखाएंगे. आप निश्चय ही बदलाव लाना चाहते हैं, लेकिन कई ऐसे हैं जो परंपराओं में बंधे हुए हैं और वो आपको रोकने का प्रयास करेंगे.'
'ईमानदारी के साथ पसीना बहाओ'
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ट्रेनी अफसरों से कहा कि आपके पास बदलाव लाने के लिए बस 10 साल हैं, क्योंकि इसके बाद आप फाइलों के बीच फंस जाएंगे. इसलिए इतना पसीना बहाना चाहिए कि साथियों को भी लगे कि अफसर ऐसा है जो खुद मेहनत करता है.
'अनुभवों और अनुभवियों से सीख लें'
प्रशासनिक सेवा में सफलता के गुर बांटते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'उन लोगों से मिलिए जिन्होंने पूर्व में जिलों में काम किया है. रिटायर हो चुके अधिकारियों से मिलिए. उनके अनुभवों से सीख लीजिए. उनके पास आपको कई नए विचार और सुझाव मिलेंगे, जो वो अपने समय पर इस्तेमाल नहीं कर सकें. लेकिन आपके पास मौका है, आप कर सकते हैं.'
प्रधानमंत्री ने ट्रेनी आईएएस अफसरों से कहा कि ऐसा विचार मन में कभी न लाएं कि देश में बदलाव लाने में कठिनाई होगी. पीएम ने कहा, 'आप जमीन से जुड़े लोगों से मिलिए. उनकी समस्याओं को समझिए. गरीबों-किसानों के लिए काम कीजिए. सरकार और समाज के बीच सिर्फ राजनेता ही पुल का काम नहीं कर सकते. अगर आपका समाज से सीधा संपर्क है तो पाएंगे कि यह आपको बहुत मजबूत करता है.'
'तनाव और संघर्ष से बदलाव नहीं आता'
पीएम ने बदलाव की बात करते हुए आगे कहा, 'तनाव और संघर्ष से कभी बदलाव नहीं आता. बदलाव तब आता है जब लोगों को जोड़ा जाता है. अगर आप यह जानते हैं कि कैसे और कितने लोगों को जोड़ना है तो आप बदलाव ला सकते हैं.'
मोदी ने आगे कहा कि अक्सर हम देखते हैं कि लोगों को वायरल जैसी सीजनल बीमारी हो जाती है, लेकिन इसी समाज में वैसे भी लोग होते हैं, जिन्हें कुछ नहीं होता. उन्हें कुछ नहीं होता, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है. जरूरी है कि अफसरशाही में आप आलस्य, दुख और भ्रष्टाचार जैसी बीमारी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित करें.