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सार्क सम्मेलन के लिए अगले साल पाकिस्तान जाएंगे प्रधानमंत्री मोदी

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर नए सिरे से मधुरता घोलने की कवायद शुरू हो गई है. पाक मीडिया की खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल पाकिस्तान का दौरा करने वाले हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ की फाइल फोटो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ की फाइल फोटो
स्‍वपनल सोनल
  • इस्लामाबाद,
  • 09 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 7:24 AM IST

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर नए सिरे से मधुरता घोलने की कवायद शुरू हो गई है. बैंकॉक में NSA स्तर की बातचीत के बाद जहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन दिनों इस्लामाबाद में हैं, वहीं खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल दक्षेस शि‍खर सम्मेलन के लिए पाकिस्तान का दौरा करने वाले हैं.

भारतीय समाचार एजेंसी पीटीआई ने विदेश मंत्री के हवाले से कहा है कि पीएम मोदी 2016 में पाकिस्तान में आयोजित होने वाले दक्षेस (सार्क) बैठक में हिस्सा लेंगे. पाकिस्तान के प्रमुख टीवी चैनल जियो न्यूज ने भी बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2016 में होने वाले दक्षेस शिखर सम्मेलन के लिए हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान दौरे पर आएंगे.

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चैनल ने इस खबर के लिए इस्लामाबाद में ‘हार्ट ऑफ एशिया ’ सम्मेलन में हिस्सा लेने आईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का हवाला दिया है. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि दक्षेस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता उफा संयुक्त बयान में दिखी थी. लिहाजा, जुलाई में रूस के उफा में एक द्विपक्षीय बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मोदी को सार्क शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था.

पेरिस के बाद शुरू हुआ बातचीत का दौर
गौरतलब है कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) की बैठक अगले साल पाकिस्तान में होनी है. हालांकि अगर ऐसा होता है तो इससे दोनों मुल्कों के बीच रिश्तों की नई बुनाई में एक नई कसावट आ सकती है. खास बात यह है अभी हाल ही पेरिस में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम नवाज शरीफ से आमना-सामना हुआ था. दोनों शीर्ष नेताओं ने इस दौरान न सिर्फ गर्मजोशी से एक-दूसरे का अभ‍िनंदन किया था, बल्कि‍ थोड़ी देर बातचीत भी की थी.

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आगे क्रिकेट श्रृंखला भी संभव

बता दें, दोनों मुल्कों के बीच बीते एक साल से आतंकवाद, कश्मीर विवाद और सीमा पर सीजफायर के लगातार उल्लंघन को लेकर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. भारत ने साफ शब्दों में कहा कि आतंकवाद और बातचीत एकसाथ नहीं चल सकी है, जबकि हाल ही नवाज शरीफ ने ब्रिटेन में कहा था कि वह हिंदुस्तान के साथ बातचीत के पक्षधर हैं. इसके बाद ही नए सिरे से दोनों मुल्कों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ है. जबकि इसी महीने भारत-पाक के बीच श्रीलंका में क्रिकेट टूर्नामेंट होने के भी आसार है.

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