
बीते साल की तरह इस बार भी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शिक्षक दिवस के मौके पर दिल्ली के सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाएंगे. राष्ट्रपति भवन स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय में महामहिम बच्चों के सामने शिक्षक दिवस पर उनके शिक्षक की भूमिका में नजर आएंगे. इस बार का विषय होगा भारतीय राजनीति का विकास.
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बच्चों से अपनी पढ़ाई और बचपन के अनुभव साझा किए थे लेकिन इस बार वो जी-20 समूह में हिस्सा लेने के कारण बच्चों से रूबरू नहीं हो सकेंगे.
इतिहास और अंग्रेजी हैं प्रणब दा के प्रिय विषय
इतिहास महामहिम राष्ट्रपति का प्रिय विषय है और राजनीति के वो पुराने धुरंधर माने जाते हैं. लिहाजा बच्चों के लिए मुखर्जी सर से भारतीय राजनीति का विकास पढ़ना खास दिलचस्प अनुभव रहेगा. बीते साल की बात करें तो दिल्ली में बच्चे मुखर्जी सर की क्लास से काफी प्रभावित थे. बच्चों से अपने अनुभव बांटते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि वो जीवन में जो कुछ भी कर पाए वो अपनी मां की वजह से किया.
जब राष्ट्रपति बन जाते हैं शिक्षक
शिक्षक दिवस को भले ही डॉ. राधाकृष्णन के जन्म दिवस के तौर पर मनाते हैं. जो शिक्षक थे लेकिन आखिरकार राष्ट्रपति बने. लेकिन यहां प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति से शिक्षक बन जाते हैं. ये आइडिया मूल रूप से तो
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का है. लेकिन अब सरकार ने इसे अपने शिक्षक बनिए (अंग्रेजी में बीए टीचर) कार्यक्रम का हिस्सा बना लिया है. इस कार्यक्रम के तहत देश की प्रमुख हस्तियों को दिल्ली सरकार
बच्चों से अपने अनुभव साझा करने का अवसर देती है जो एक क्लास की शक्ल में होता है. बीते साल अपने अनुभव बांटते हुए प्रणब मुखर्जी ने बच्चों को बताया कि वो पढ़ाई में बहुत तेज नहीं थे. साथ ही उनका स्कूल
भी घर से बहुत दूर था लिहाजा उन्हें पैदल कई किलोमीटर की यात्रा करके स्कूल जाना होता था. राष्ट्रपति महोदय ने शिक्षा की अहमियत बताने का श्रेय अपनी मां को दिया और कहा कि शिक्षा का कोई विकल्प नहीं होता.
दूरदर्शन पर राष्ट्रपति की क्लास का सीधा प्रसारण
भारत के राजनीतिक विकास विषय पर राष्ट्रपति की ये क्लास एक घंटे की होगी. इसका सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर किया जाएगा, जिससे राष्ट्रपति से देश के बाकी हिस्सों में भी बच्चे और शिक्षक रूबरू हो सकें. मुखर्जी सर की क्लास सुबह 10 बजे शुरू होगी.