Advertisement

मां का जिक्र होते ही फफक पड़े PM मोदी

फेसबुक के अमेरिका स्थित कार्यालय में लोगों से बातचीत के समय अपनी मां का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी भावुक हो गए और उन्होंने भरी आवाज में बताया कि गरीब परिवार का होने के कारण उनकी मां ने उनके लालन- पालन के लिए आस पड़ोस के घरों में बर्तन मांजे और मजदूरी की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
aajtak.in
  • सेन होजे,
  • 28 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 4:33 AM IST

फेसबुक के अमेरिका स्थित कार्यालय में लोगों से बातचीत के समय अपनी मां का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी भावुक हो गए और उन्होंने भरी आवाज में बताया कि गरीब परिवार का होने के कारण उनकी मां ने उनके लालन- पालन के लिए आस पड़ोस के घरों में बर्तन मांजे और मजदूरी की.

मजदूरी करती थीं मां
टाउन हाल कार्यक्रम में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने प्रधानमंत्री से सवाल किया था कि उनके इस मुकाम तक पहुंचने में उनकी मां का क्या योगदान रहा. मां का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, 'छोटा था, हमारा गुजारा करने के लिए (यह कहते हुए उनका गला भर आया और कुछ देर अपने को संभालने का प्रयास करते रहे) मां आस-पास पड़ोस के घरों में बर्तन साफ करती थीं, पानी भरती थीं, मजदूरी करती थीं.

Advertisement

सभी लोग हो उठे भावुक
मोदी ने भरे गले से जब अपने बचपन और मां के बारे में यह बाते कहीं तो कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग भावुक हो उठे और बाद में सब ने खड़े होकर देर तक तालियां बजाते हुए उनकी भावनाओं से खुद को जोड़ा. इस अवसर पर मार्क के माता- पिता भी मौजूद थे.

रेलवे स्टेशन पर बेचा चाय
मोदी ने कहा कि हर किसी के जीवन में मां और अध्यापक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. मेरे जीवन में मेरे मां- बाप का बहुत बड़ा योगदान रहा. मैं काफी गरीब परिवार से हूं, लोग जानते हैं कि मैं रेलवे स्टेशन पर चाय बेचता था. कोई कल्पना नहीं कर सकता कि दुनिया के इतने बड़े लोकतंत्र ने मुझे नेता माना. इसके लिए मैं देश की सवा अरब जनता को नमन करता हूं, जिन्होंने मुझ जैसे व्यक्ति को अपना बना लिया.

Advertisement

90 साल की हैं PM की मां
अपने बचपन का जिक्र करते हुए वह बहुत भावुक हो उठे और कहा कि वह बहुत सामान्य परिवार से हैं. पिता नहीं रहें, माता हैं जो अब 90 साल की हैं, लेकिन सारे काम खुद करती हैं. पढ़ी- लिखी नहीं है, लेकिन टीवी से समाचार से उन्हें पता रहता है कि दुनिया में क्या चल रहा है.

इनपुट- भाषा

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement