
प्रधानमंत्री मोदी के लाल किले की प्राचीर से दिए गए 15 अगस्त के भाषण पर सवाल उठाने के बाद देश के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर और पीएम मोदी का आमना सामना हो गया. राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित चाय पार्टी में पीएम मोदी और मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर आसपास की कुर्सी पर बैठे.
किसी मुद्दे पर बहस की संभावना
शुरुआत में उनकी बातचीत को देखकर ऐसा लगा कि दोनों में किसी मुद्दे पर बहस हो रही. दोनों एक दूसरे से सवाल-जवाब जैसा करते दिख रहे थे. करीब दस मिनट तक ये सिलसिला चलता रहा. हॉल में मौजूद ज्यादातर लोगों का ध्यान उनकी तरफ ही था. उसके बाद जैसे ही सब लोग राष्ट्रगान के लिए खड़े हुए पीएम मोदी खिलखिलाते हुए खड़े हो गए. राष्ट्रगान खत्म होने पर भी मोदी और मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर हंसते दिखे.
दोनों के बीच बातचीत पर सवाल?
राष्ट्रगान खत्म होने के बाद जैसे ही राष्ट्रपति आगे बढ़े, पीएम मोदी और मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर भी आगे बढ़ गए, हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बात की कोई जानकारी नहीं मिल पाई कि दोनों के बीच क्या बातचीत हो रही थी. दरअसल मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने पीएम मोदी के लाल किले की प्राचीर से दिए भाषण पर सवाल उठाए.
'इंसाफ पर पीएम मोदी ने कुछ नहीं बोला'
उन्होंने कहा कि मोस्ट पॉपुलर पीएम का भाषण डेढ़ घंटा सुना. उम्मीद थी कि इंसाफ के लिए भी कुछ कहेंगे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला. अंग्रेजों के वक्त भी दस साल में इंसाफ मिल जाता था, लेकिन अब सालों लग जाते हैं. उन्होंने बातचीत के क्रम में पीएम मोदी पर इशारा करते हुए कहा कि सबको पता है कौन क्या कर रहा है?
जजों की नियुक्ति को लेकर तकरार
पिछले कुछ समय से मोदी सरकार और न्यायपालिका के बीच जजों की नियुक्ति को लेकर तकरार किसी से छुपी नहीं है. इससे पहले ऑल इंडिया जज कॉन्फ्रेंस में जजों की संख्या नहीं बढ़ाए जाने को लेकर पीएम मोदी की मौजूदगी में बोलते हुए मुख्य न्यायाधीश की आंखों में आंसू भी आ गए थे.
ऐसा पहली बार हुआ है...
ऐसा पहला मौका है जब देश के मुख्य न्यायाधीश ने प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के भाषण पर सवाल उठाए हैं. न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच ये जंग और कितनी दूर तक जाएगी ये देखना अभी बाकी है.