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हाफिज सईद को सता रहा डर, अपनी सुरक्षा के लिए बनाया स्पेशल दस्ता

पाकिस्तान के गुजरांवाला में जीटी रोड पर मार्च के दौरान हाफिज सईद लश्कर आतंकियों की इस स्पेशल टीम के सुरक्षा घेरे में रहा. हाल ही में नजरबंदी से रिहा होने के बाद हाफिज सईद ने पाकिस्तान में आगामी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इसके लिए वह अभी से माहौल बना रहा है.

हाफिज सईद की सुरक्षा में लश्कर की स्पेशल टीम हाफिज सईद की सुरक्षा में लश्कर की स्पेशल टीम
राम कृष्ण
  • इस्लामाबाद,
  • 22 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:56 PM IST

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. लिहाजा उसने अपनी सुरक्षा में लश्कर आतंकियों की स्पेशल टीम को लगाया है. हाफिज सईद की सुरक्षा के लिए लश्कर ने एक स्पेशल सिक्युरिटी टीम का गठन किया है.

शुक्रवार को जब अमेरिका के खिलाफ आतंकी हाफिज सईद ने रैली की, तो यह टीम उसकी सुरक्षा में तैनात नजर आई. इस स्पेशल टीम में शामिल लश्कर के आतंकियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है, जो अब जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद की सुरक्षा कर रहे हैं. आतंकियों की यह स्पेशल टीम हथियार और गोला बारूद लेकर चलती है.

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पाकिस्तान के गुजरांवाला में जीटी रोड पर मार्च के दौरान हाफिज सईद लश्कर आतंकियों की इस स्पेशल टीम के सुरक्षा घेरे में रहा. हाल ही में नजरबंदी से रिहा होने के बाद हाफिज सईद ने पाकिस्तान में आगामी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इसके लिए वह अभी से माहौल बना रहा है.

हाफिज सईद कभी कश्मीर मसले को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगलता है, तो कभी अमेरिका के खिलाफ मार्च निकालता है. उसका मानना है कि भारत और अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान ने उसको करीब 10 महीने तक नजरबंद रखा था. वहीं, अमेरिका ने मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद की राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (MML) समेत कई अन्य पाकिस्तानी संगठनों को आतंकी सूची में डालने के मूड में है.

सूत्रों की मानें तो अमेरिका की ओर से यह सख्त कार्रवाई जल्द ही की जा सकती है. भारत की अपील पर एक्शन लेते हुए अमेरिका कई पाकिस्तानी संगठनों को आतंकी संगठन मान रहा है. हाल ही में नई दिल्ली में हुई भारत और अमेरिका के बीच एक कॉन्फ्रेंस में इस बात की अपील की गई थी.

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अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका का अच्छा साथी है, लेकिन अमेरिका की हमेशा कोशिश है कि वह आतंकवाद को खत्म किया जाए. हालांकि अधिकारी ने साफ तौर पर किसी पाकिस्तानी संगठन का नाम नहीं लिया. लेकिन पिछले कुछ दिनों में हाफिज़ सईद की राजनीतिक एंट्री पर अमेरिका की सख्ती कुछ ऐसे ही संकेत दे रही है.

इससे पहले अमेरिका की ओर से येरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के विरोध में लाहौर में एक रैली को संबोधित करते हुए हाफिज सईद ने कहा था कि अगर युद्ध हुआ, तो अमेरिका को दुनिया के नक्शे से मिटा दिया जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा 'ऐलान-ए-जंग' है.

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