
अजमेर में जियारत करने आए राबर्ट वाड्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी में की सुरक्षा में जिस तरह से चूक हुई है वह चिंताजनक है. उन्होंने कहा, हम लोग घर में बैठे थे, कोई मीटिंग चल रही थी और अचानक से एक एसयूवी आई और कुछ लोग हंसते हुए घर के अंदर आ गए. उन्होंने कहा कि हम सेल्फी लेना चाहते हैं. वाड्रा ने कहा, इस तरह से कोई घर के अंदर आ जाए तो रोक नहीं सकते लेकिन जिस तरह से गांधी परिवार के साथ हुआ है, चाहे वो इंदिरा गांधी हों या फिर राजीव गांधी, यह गंभीर चिंता का विषय है.
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, सरकार सुरक्षा को लेकर इंतजाम करती है. कभी एक बिल को लेकर आती है और कभी उस में फेरबदल करती है. समझ में नहीं आता कि क्या करना चाहती है. सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. हम यह नहीं कह सकते कि सरकार हमसे नाराज है, इसलिए हमारी सुरक्षा वापस ले रही है. किस तरह की सुरक्षा देनी है सरकार तय करे.
उन्होंने कहा, अकेले हमारी सुरक्षा की बात नहीं है. देश भर में महिलाओं की सुरक्षा की बात है. देश में लड़कियां सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं. मैं एक लड़की का पिता हूं और इसलिए परेशान हो जाता हूं कि यह सब क्या हो रहा है.
जमीन विवाद में अपने ऊपर चल रहे जांच को लेकर वाड्रा ने कहा कि यह जानबूझकर शुरू किया जाता है. मुझे जब भी बुलाया जाता है मैं पूरा सहयोग करता हूं. एक एक चीज पूछा जाता है जो कि याद नहीं रहता है फिर भी मैं बताता हूं. 5-10 घंटे मुझे बैठाया जाता है. मैं बाथरूम जाता हूं तो भी वहां दो लोग मेरे साथ जाते हैं लेकिन मैं घबराता नहीं हूं. कानून में मेरा पूरा विश्वास है और जितनी बार बुलाएंगे और जितने घंटे बैठाएंगे मैं सहयोग करूंगा क्योंकि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है.
राबर्ट वाड्रा ने प्रियंका गांधी की सुरक्षा की चूक को लेकर कहा है कि ब्लेम गेम नहीं चलना चाहिए कि इसकी गलती थी, उसकी गलती थी. जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है सुरक्षा वह देखता है.