
अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि यह गलत धारणा है कि भारत के युवा क्रिकेटर स्पिन के खराब खिलाड़ी हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि असल में धीमे गेंदबाजों के खिलाफ उनके शॉट खेलने की क्षमता शानदार है.
ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ और दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ लंबी सीरीज का हिस्सा रहे भारत ‘ए’ के कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि भारत के युवा खिलाड़ी अब भी स्पिन के अच्छे खिलाड़ी हैं और अगर कुछ सुधार करें तो लंबा रास्ता तय कर सकते हैं.
द्रविड़ ने कहा, ‘सीरीज (ए सीरीज) में कई मौकों पर हम अटक गए, हम स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाए और दबाव आ गया और दो या तीन विकेट जल्द गंवा दिए. मुझे नहीं लगता कि भारतीय खिलाड़ी स्पिन गेंदबाजी के बुरे खिलाड़ी हैं.’ उन्होंने कहा, ‘अचानक हम स्पिन के खराब खिलाड़ी नहीं हो सकते लेकिन शायद इन खिलाड़ियों को शायद उच्च दबाव वाला क्रिकेट खेलना पड़ा उसके कारण ऐसा हुआ. धीमी पिचों पर बड़े शॉट के बीच एक रन बनाना मोहम्मद अजहरुद्दीन और वीवीएस लक्ष्मण ऐसा करते थे.’
द्रविड़ ने कहा, ‘स्पिन के खिलाफ शॉट खेलने की क्षमता में मुझे लगता है कि यह पीढ़ी शानदार है. वे स्पिनरों के खिलाफ क्रीज से बाहर निकलकर छक्के जड़ते हैं. स्पिन के खिलाफ कुछ रचनात्मकता शानदार है. मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट के बारे में थोड़ी चिंता यह है कि कभी कभी काफी संतुलन नहीं होता.’
द्रविड़ के मार्गदर्शन में भारत ‘ए’ ने ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ के खिलाफ अनधिकृत टेस्ट सीरीज गंवा दी थी लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ और दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ की मौजूदगी वाली त्रिकोणीय एकदिवसीय सीरीज जीतने में सफल रही. भारत ए ने इसके बाद अनधिकृत टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ को हराया. द्रविड़ ने कहा कि आम धारणा के विपरीत युवा क्रिकेटरों को लंबे प्रारूप में कोई परेशानी नहीं होती.
द्रविड़ ने कहा कि उनके खेलने की शुरुआत करने के दौरान की तरह अब भी युवा खिलाड़ी लंबे प्रारूप में खेलने को लेकर उत्सुक हैं.
उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर वे उत्सुक हैं. जब मैं उन्हें देखता हूं तो वे टेस्ट क्रिकेट खेलने को लेकर उत्सुक नजर आते हैं, वे लंबे प्रारूप के मैचों या रणजी ट्रॉफी स्तर पर चार दिवसीय क्रिकेट में सफल होने को लेकर काफी बेताब हैं. वे सभी इसमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं.’