
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री राम जेठमलानी ने रविवार को कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाने समेत तमाम वादों को पूरा करने के उद्देश्य से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहयोग किया था लेकिन अब वह खुद को इसके लिए गुनहगार और ठगा हुआ महसूस करते हैं.
जेठमलानी ने समाजवादी सिंधी समाज के प्रांतीय अधिवेशन में शिरकत करते हुए कहा कि मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में उनका भी सहयोग रहा है, क्योंकि उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान विदेशी बैंकों में जमा धन को भारत वापस लाने का वादा किया था.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी कालाधन वापस नहीं लाए, जिसकी उन्हें काफी पीड़ा है. अब ऐसा लगता है कि मोदी अपना वादा पूरा नहीं करेंगे.
'देश का भविष्य हैं अखिलेश यादव'
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा, 'मैं अपने आपको ठगा हुआ महसूस करता हूं और खुद को गुनहगार मानता हूं कि मैंने मोदी की मदद की. मैं आपके बीच यह भी कहने आया हूं कि आप लोग प्रधानमंत्री की बातों का भरोसा ना करें.' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि साफ-सुथरी है और वह देश का भविष्य हैं.
...ताकि दोबारा सत्ता में आ सके सपा
सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि वह जेठमलानी का बहुत सम्मान करते हैं, क्योंकि वह हमेशा न्याय की बात करते हैं. उन्होंने सिंधी सभा के प्रतिनिधियों को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया ताकि समाजवादी पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आ सके.
सिंधियों ने मुलायम सिंह से की मांग
इस मौके पर सिंधी समाज ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को संबोधित एक मांग पत्र भी सौंपा. इसमें इस समाज को सरकार और संगठन में प्रतिनिधित्व देने, प्रदेश में रहने वाले 35 लाख सिंधियों के विकास के लिए कल्याण बोर्ड गठित करने, सिंधियों को अल्पसंख्यक का दर्जा देने इत्यादि मांगें प्रमुख रूप से शामिल थीं.