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अठावले की सलाह- दलितों की चिंता है तो NDA में शामिल हो जाएं मायावती

अठावले ने कहा कि बसपा की मदद से गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव जीतने वाली सपा ने हाल में हुए राज्यसभा चुनाव में बसपा के साथ धोखा किया, जिसकी वजह से उनका प्रत्याशी हार गया.

रामदास अठावले (फाइल फोटो) रामदास अठावले (फाइल फोटो)
सना जैदी
  • लखनऊ,
  • 30 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने बसपा प्रमुख मायावती को बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि अगर मायावती को दलितों की वाकई में चिंता है तो उन्हें राजग का हिस्सा बन जाना चाहिए.

उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने के बीजेपी नेताओं के तमाम दावों के उलट अठावले ने माना कि समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन से पार्टी को 20 से 25 सीटों का नुकसान होगा, लेकिन इससे आगामी लोकसभा चुनाव के बाद राजग की सरकार बनने की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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दलितों के कल्याण के लिए केंद्र से ले सकेंगे ज्यादा मदद

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष अठावले ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, वह चाहते हैं कि मायावती राजग में शामिल हो जाएं. उन्होंने कहा कि बसपा मुखिया अगर दलितों का हित चाहती हैं तो उन्हें राजग में आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा, तब मैं, मायावतीजी और रामविलास पासवानजी मिलकर केन्द्र सरकार से दलितों के कल्याण के लिए ज्यादा धन ले सकेंगे.

राज्यसभा चुनाव में सपा को बसपा को दिया धोखा

अठावले ने कहा कि बसपा की मदद से गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव जीतने वाली सपा ने हाल में हुए राज्यसभा चुनाव में बसपा के साथ धोखा किया, जिसकी वजह से उनका प्रत्याशी हार गया.

सपा-बसपा के गठबंधन से बीजेपी को होगा नुकसान

आरपीआई अध्यक्ष ने माना कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को नुकसान होगा. गठबंधन को 20 से 25 सीटें मिलेंगी लेकिन इससे केंद्र में बीजेपी की दोबारा सरकार बनने की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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कोई नहीं कर सकता मोदी का मुकाबला

अठावले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला न तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर सकते हैं और न ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा मुखिया मायावती. उन्होंने कहा कि देश में दलितों पर अत्याचार अब भी हो रहे हैं, मगर इसके लिए केंद्र की भाजपा नीत सरकार जिम्मेदार नहीं है. कांग्रेस, सपा और बसपा के शासन में भी दलितों पर अत्याचार होते थे. कांग्रेस के शासन में भी गोरक्षा के नाम पर दलित उत्पीड़न की घटनाएं हुईं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को राजनीति के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. दलितों पर जुल्म रोकने के लिए दलित अत्याचार रोधी कानून को और मजबूत करना चाहिए.

अठावले ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा सरकारी रिकॉर्ड में अंबेडकर का नाम ‘भीमराव रामजी आंबेडकर’ किए जाने के कदम की सराहना करते हुए कहा कि कुछ लोग इसमें प्रभु राम का नाम जुड़ने पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं, जो बिल्कुल गलत है. उन्होंने अति दलितों और अति पिछड़ों को अलग कोटा दिए जाने पर विचार संबंधी मुख्यमंत्री योगी के बयान का भी स्वागत किया.

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