
रणदीप हुड्डा ने सरबजीत के लिए वजन घटाने को चुनौती माना और अपनी बहन डॉ. अजलि हुड्डा सांगवान की मदद से फिल्म के लिए 18 किलो वजन तक कम कर डाला. रणदीप दीपक तिजोरी की फिल्म दो लफ्जों की कहानी में स्ट्रीट फाइटर का किरदार निभा रहे हैं. लेकिन उन्हें सरबजीत के लिए 18 किलो वजन घटाना था. इसके लिए उन्हें लगभग भूखा रहना पड़ा और इस काम में मदद की उनकी बहन ने.
स्वीकार की चुनौती
सरबजीत के डायरेक्टर उमंग कुमार कहते हैं, 'जेल के दिनों में सरबजीत को छोटे से कमरे में रखा जाता था और चूहों से कटवाया जाता था. जब मैं पहली बार रणदीप से मिला तो मैंने कहा कि मैं उनकी हड्डियां देखना चाहता हूं. उन्होंने यह चुनौती स्वीकार की और सबको चौंका दिया.' उमंग मानते हैं कि जब उन्होंने पहली बार रणदीप को देखा तो वे उसे पहचान ही नहीं पाए. रणदीप को सेट पर कोई पहचान नहीं पाया. उमंग कहते हैं, 'जब मैंने उनका नाम पुकारा तो मेरा ध्यान गया कि वे तो वहीं बैठे थे.'
बॉडी का रखना था पूरा ध्यान
इस पूरे प्रोसेस के बारे में उनकी बहन अंजली (एमडी- वेट वॉस ऐंड मेटाबॉलिक कंसल्टेंट) कहती हैं कि यह काफी चुनौती भरा है. उनके मुताबिक, 'हमने लो कैलॉरी डाइट का फैसला लिया था. हमने ध्यान रखा कि वजन कम हो लेकिन मसल्स न घटें. इस तरह रणदीप हुड्डा ने हर तरह की शुगर बंद कर दी, इसमें फलों से मिलने वाली शुगर भी शामिल थी. उन्होंने कॉर्बोहाइड्रेट भी बंद कर दिए. लेकिन प्रोटीन लेना जारी रखा. रणदीप ने वाकई कमाल काम किया.'
रणदीप की विल पावर ने किया कमाल
यही नहीं, अजंली बताती हैं कि बड़ी चुनौती रणदीप को वापस शेप में लाना था और 20 दिन के ब्रेक में इसे अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि यह बहुत खतरनाक है, इसे हर किसी को बिना किसी मेडिकल सुपरविजन के नहीं करना चाहिए. वे कहती हैं, 'यह बिल्कुल मैथ्यू मैकॉनहे और क्रिश्चन बेल की तरह वजन घटाना था. हम हर दस दिन बाद रणदीप का ब्लड चेक करते थे. लेकिन रणदीप ने अपनी इच्छाशक्ति से इस काम को बेहतरीन ढंग से अंजाम दिया.'
हर बदलाव के लिए तैयार
उमंग इस बात से सहमत हैं कि रणदीप गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं. उन्होंने जब रणदीप को कुश्ती के सीन के लिए वजन बढ़ाने को कहा तो उन्होंने वैसा ही कर लिया. वे कहते हैं, 'मैंने उन्हें 20 दिन का ब्रेक दिया और वे बॉडी बनाकर लौट आए.'