
नाम- अनिर्बान लाहिड़ी, जन्मस्थान- बेंगलुरू, उम्र- 29 साल, आईजीएफ विश्व रैंकिंग- 20. 2007 में प्रोफेशनल गोल्फर के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाले लाहिड़ी ने 8 साल की उम्र से गोल्फ खेलना शुरू किया. वह रियो ओलंपिक में भारत की तरफ से दावेदारी पेश करेंगे.
पांच अगस्त से रियो डि जेनेरियो में शुरू होने वाले खेलों के इस महाकुंभ का इंतजार सबको है. 2016 रियो ओलंपिक भारतीय खेल प्रेमियों और एथलीटों के लिए खास मायने रखता है. इस बार 2012 लंदन ओलंपिक से ज्यादा पदक रियो में आएंगे इसकी उम्मीद की जा रही है. पदकों की उम्मीदों की इसी कड़ी में पहली बार गोल्फ से मेडल की उम्मीद जताई जा रही है.
देश के 118 एथलीटों में से तीन भारतीय गोल्फरों ने रियो के क्वालिफाई किया है. ओलंपिक के लिए गोल्फर्स का क्वालीफाई करना भारतीय खेलों के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है. गोल्फ की 112 साल बाद ओलंपिक में हुई वापसी हुई है. ऐसे में अनिर्बान लाहिड़ी, एसएसपी चौरसिया और अदिति अशोक अगर मेडल जीतते हैं तो ये भारत के लिए ऐतिहासिक लम्हा होगा.
एशिया के नंबर एक गोल्फर है लाहिड़ी
जब अनिर्बान लाहिड़ी ने रियो ओलंपिक में भारतीय टीम के लिए जगह बनाई तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. एक शताब्दी के बाद ओलंपिक के कोर्स पर खड़ा होना किसी भी गोल्फर के लिए एक बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है. यकीनन ये स्थिति लाहिड़ी का हौसले को बढ़ाने वाली साबित होगी. अनिर्बान का हालिया फॉर्म बेहतरीन है. वो दो यूरोपियन टूर खिताब अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने पीजीए टूर में शानदार प्रदर्शन कर पांचवां स्थान हासिल किया था. मेजर टूर्नामेंट में ये किसी भी भारतीय का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है. इसके अलावा साल 2015 में लाहिड़ी ने प्रेजिडेंट कप का हिस्सा बनकर इतिहास रच दिया था. और वो इस उपलब्धि को भी हासिल करने वाले पहले भारतीय बने थे. ऐसे में लाहिड़ी से ओलंपिक में पदक की उम्मीद लगाना लाजिमी है.
उपलब्धियां
लाहिड़ी ने करियर में अब तक 18 प्रोफेशनल जीत दर्ज की हैं.
2009 में प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया के अवॉर्ड पर कब्जा.
2 यूरोपियन और 7 एशियन टूर खिताब जीते.
2006 दोहा एशियाई खेलों की टीम इवेंट में रजत पदक.