
रियो ओलंपिक में भारतीय खेल प्रेमियों के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है. एथलेटिक्स इवेंट में भारत की लंबी दूरी की महिला रनर ललिता शिवाजी बाबर ने 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकीं. वो फाइनल में 10वें नंबर पर रहीं. ललिता ने 9 मिनट 22.74 सेकेंड का समय निकालते हुए फिनिश लाइन पार की.
फाइनल में पिछड़ गईं ललिता
इस इवेंट में ललिता गोल्ड मेडल जीतने वाली बहरीन की रुथ जेबेट से पूरे 22.99 सेकेंड पीछे रहीं. रियो ओलंपिक में ललिता ने हीट स्पर्धा के दौरान अपना बेस्ट प्रदर्शन कर (9:19.76) राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया था. लेकिन फाइनल रेस में वो अपने इस प्रदर्शन में सुधार नहीं कर सकीं.
इवेंट में सिल्वर मेडल केन्या की धाविका हाइविन किएंग जेपकेमोई ने नौ मिनट 7.12 सेकेंड का समय निकालते हुए हासिल किया. जबकि अमेरिकी धाविका एम्मा कोबुर्न ने नौ मिनट 7.63 सेकेंड का समय निकाला और सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया. ब्रॉन्ज मेडल विजेता अमेरिकी रनर का प्रदर्शन ललिता के सर्वश्रेष्ठ से 12.13 सेकेंड बेहतर रहा.
200 मीटर रेस में भारत की चुनौती खत्म
भारत की महिला फर्राटा रनर श्रावणी नंदा भी ओलंपिक के 10वें दिन महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा के क्वालिफिकेशन राउंड में निराशाजनक प्रदर्शन कर बाहर हो गईं. क्वालिफिकेशन राउंड की हीट-5 में आठ एथलीटों के बीच श्रावणी छठे स्थान पर रहीं. उन्होंने 23.58 सेकेंड का समय निकालते हुए फिनिश लाइन पार की. हीट-5 में टॉप पर रहीं नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओकागबेयर (22.71 सेकेंड) से पूरे 0.85 सेकेंड पीछे रहीं.