
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकारी मंडल की बैठक 15 अक्टूबर से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में होगी. यह बैठक 20 अक्टूबर तक चलेगी. बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, भैयाजी जोशी सहित बड़े पदाधिकारी शामिल होंगे.
पहले दिन यानी 15 अक्टूबर को संघ प्रचारकों की बैठक होगी. इसके अगले दिन कार्यकारी अधिकारियों की बैठक होगी. वहीं, 17 से 20 अक्टूबर तक कार्यकारी मंडल की बैठक होगी. बैठक में अनुच्छेद 370 और तीन तलाक जैसे मुद्दों को हटाने को लेकर सरकार के कदम की चर्चा की जाएगी.
संघ की इस बैठक में धर्मांतरण, जलवायु परिवर्तन, नारी सम्मान और राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी. बैठक में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राम मंदिर मुद्दे पर भी चर्चा की जा सकती है.
क्या कहा मोहन भागवत ने?
इससे पहले मंगलवार को विजयदशमी पर नागपुर मुख्यालय में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मोदी सरकार की तारीफ की. इसके साथ ही मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इससे संघ का कोई लेनादेना नहीं है. मॉब लिंचिंग पर कड़े कानून बनाए जाने चाहिए.
नागपुर में सालाना पथ संचलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर कहा कि कानून व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन कर हिंसा की प्रवृत्ति समाज में परस्पर संबंधों को नष्ट कर अपना प्रताप दिखाती है. यह प्रवृत्ति हमारे देश की परंपरा नहीं है, न ही हमारे संविधान में यह है. कितना भी मतभेद हो, कानून और संविधान की मर्यादा में रहें. न्याय व्यवस्था में चलना पड़ेगा.