
विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक अशोक सिंघल के निधन के बाद से ही बीजेपी के सहयोगी दल राम मंदिर का मुद्दा उठाने की कोशिश में हैं. अब शिवसेना ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर निर्माण पर दिए बयान का समर्थन किया है. पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में भागवत के बयान की तारीफ करते हुए बीजेपी सरकार पर तंज भी कसा है.
क्या लिखा है सामना ने
सामना ने लिखा है कि 'केंद्र में बीजेपी की हिंदुत्ववादी सरकार है. लेकिन राम मंदिर, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 जैसे विषयों को बस्ते में बांधकर कामकाज चलाया जा रहा है. ऐसे में बीजेपी के सामने बड़ा सवाल यह है कि भागवत की राम मंदिर निर्माण की घोषणा के बाद क्या बोला जाए.'
शिवसेना साथ, बीजेपी का पता नहीं
पार्टी ने मुखपत्र में संपादकीय लिखकर कहा है कि 'शिवसेना संघ प्रमुख भागवत के बयान का समर्थन करती है और इस मुद्दे पर उनके साथ है.' आगे बीजेपी पर तंज कसते हुए लिखा है कि 'आरक्षण और राम मंदिर जैसे बयानों और भागवत की भूमिका से बीजेपी की देह पर सिहरन आई या रोमांच हुआ, हम बता नहीं सकते.'
क्या कहा था भागवत ने
भागवत ने गुरुवार को ही कोलकाता में एक सभा में कहा था, 'मंदिर बनना है. कब कैसे अवसर आएगा आज कोई नहीं बता सकता. लेकिन कब, कैसे कितनी तैयारी रखनी पड़ेगी, आपके सामने जीवन है. जो जीवन हंसते-हंसते चल रहे हैं वो भी हैं. हमें जीवन देने की तैयारी रखनी होगी. ये करेंगे तो भव्य मंदिर बनेगा.'
मंदिर बना तो बढ़ेगी मोदी की लोकप्रियता
शिवसेना ने कहा है- 'हम मानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी में राम मंदिर निर्माण की हिम्मत और धमक दोनों निश्चित तौर पर हैं. जिस दिन वह इस निर्माण कार्य को अपने हाथ में लेंगे, उनकी अफलातून लोकप्रियता में कई गुना इजाफा होगा. लेकिन अमित शाह का 380 सांसदों के बयान के बीच बीजेपी को यह नहीं भूलना चाहिए जब उनके सांसदों की संख्या महज 2 थी तब इसी पार्टी के नेताओ ने रण क्रंदन किया था.'