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जिन्हें दुनिया लौह पुरुष के तौर पर जानती है...

भारत के वर्तमान भौगोलिक स्वरूप के निर्माता सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का बिस्मार्क भी कहा जाता है. वे साल 1875 में 31 अक्टूबर के रोज ही जन्मे थे.

Sardar Patel Sardar Patel
विष्णु नारायण
  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 1:38 PM IST

वल्लभ भाई पटेल. भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक ऐसा नाम जिन्हें भारत के वर्तमान भौगोलिक स्वरूप का निर्माता माना जाता है. जिन्हें लोग भारत का बिस्मार्क और लौह पुरुष कहते हैं. बाददोली सत्याग्रह का नेतृत्व करने वाले वल्लभ भाई को वहां की महिलाओं ने 'सरदार' की उपाधि से नवाजा. वे साल 1875 में 31 अक्टूबर के रोज जन्मे थे और साल 1950 में 15 दिसम्बर के रोज दुनिया से रुखसत हुए.

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1. सरदार पटेल अपने शुरुआती दिनों में एक वकील भी थे. वे कमजोर मुकदमे को भी सटीकता से पेश करके उसमें जान फूंक किया करते थे.

2. वे गांधी से बेहद प्रभावित थे. साल 1917 में गाधी से प्रभावित होकर वे आजादी के आंदोलन की ओर मुड़ गए.

3. सन 1917 से 1924 तक सरदार पटेल ने अहमदनगर के पहले भारतीय निगम आयुक्त के रूप में सेवा प्रदान की और 1924 से 1928 तक वे इसके निर्वाचित नगरपालिका अध्यक्ष भी रहे.

4. भारत के वर्तमान भौगोलिक स्वरूप का श्रेय काफी हद तक उन्हें ही जाता है. वे राजनीति के साथ-साथ कूटनीति में भी माहिर माने जाते थे.

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