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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को छोड़ने पर उसे कोई एेतराज नहीं है. लेकिन इसके लिए सेबी को बताना होगा कि वह सुब्रत रॉय की संपत्ति बेचकर जरूरी रकम वसूल लेगा. कोर्ट ने इसके पहले सेबी को सहारा की संपत्तियों को बेचने की इजाजत दी थी. बुधवार को कोर्ट ने कहा कि सेबी को कहा जा चुका है कि सहारा की 86 प्रॉपर्टीज को बेचकर सुब्रत रॉय की रिहाई के लिए जरूरी रकम इकट्ठा कर ले.
पेशेवरों की मदद से कीमत का आकलन
सुप्रीम कोर्ट ने सेबी से कहा था कि 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने के लिए सहारा की संपत्ति बेचने की शुरुआत तुरंत कर दी जाए. कोर्ट ने संपत्तियों की कीमत आंकने के लिए सेबी से विशेषज्ञ पेशेवरों की मदद लेने के लिए भी कहा था. सेबी ने इन 86 संपत्तियों की कीमत का ब्योरा भी कोर्ट में पेश किया.
तिहाड़ में नहीं बढ़ेगी सुब्रत की सुविधाएं
इसके पहले सहारा ने कोर्ट में कहा कि उन्होंने रकम लौटाने के लिए 40 हजार करोड़ रुपये मूल्य की अपनी संपत्ति के कागजात सेबी को पहले ही सौंपे हैं. कोर्ट सहारा के मालिक सुब्रत रॉय को तिहाड़ जेल में खास सुविधाएं दिए जाने को आगे बढ़ाने से मना कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि रकम इकट्ठा हो जाने तक उन्हें कोई खास सुविधा नहीं दी जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे निगरानी
जस्टिस ठाकुर ने कहा था कि सहारा की संपत्ति बेचने के लिए सेबी को अपनी मशीनरी इस्तेमाल करने की छूट है. सेबी ने कोर्ट से नीलामी के दौरान सर्किल रेट तय करने पर निर्देश मांगे. सेबी की ओर से होने वाली संपत्ति बेचने की तमाम प्रक्रियाओं की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बीएन अग्रवाल करेंगे.
बीते साल मांगी थी 30 माह की मोहलत
तिहाड़ जेल में बंद सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय ने बीते साल सुप्रीम कोर्ट से आखिरी मौका मांगा था. सहारा ने याचिका देकर कहा था कि सुब्रत को जेल से बाहर आने दिया जाए. उनके बिना इतनी बड़ी रकम जुटाना मुमकिन नहीं है. सहारा ने रकम जुटाने के लिए 30 महीने की मोहलत मांगी थी. इसके बाद कोर्ट ने सुब्रत की रिहाई के लिए सहारा समूह से 5000 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी और इतनी ही रकम सेबी के पास जमा कराने को कहा था. कोर्ट ने सहारा से निवेशकों को 36 हजार करोड़ रुपए कुल नौ किस्तों में लौटाने का आदेश दिया था.
कोर्ट ने कहा था- मर्जी से जेल में हैं सुब्रत
पिछली सुनवाई के दौरान जब सहारा ने रकम जुटा पाने में असमर्थता जताई थी तो कोर्ट ने कहा था कि सुब्रत अपनी मर्जी से जेल में रह रहे हैं. एक तरफ तो यह कहते हैं कि उनके पास 1,85,000 करोड़ रुपए की संपत्ति है. दूसरी तरफ कहते हैं कि इसमें से पांचवां हिस्सा भी देने में समर्थ नहीं हैं.
जेल में सुब्रत रॉय ने लिखी किताब
निवेशकों को 24 हजार करोड़ रुपये लौटाने के अदालत के आदेश को न मानने पर सुब्रत और उनके समूह के दो निदेशक 4 मार्च 2014 से जेल में हैं. यह रकम उनके समूह की दो कंपनियों एसआईआरईसीएल और एसएचएफसीएल ने 2007-2008 में निवेशकों से वसूली थी. सुब्रत रॉय ने जेल में एक किताब लिखकर बीते दिनों उसका विमोचन समारोह करवाया था.