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महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने गुजरात में चल रहे पाटीदार आंदोलन को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वार किया है.
पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक शांति की ज्योति लेकर दुनिया का भ्रमण कर रहे हैं. हर देश के राष्ट्राध्यक्ष की प्रधानमंत्री से हस्तांदोलन या आलिंगन करते हुए तस्वीरें प्रकाशित हो रही है, लेकिन उनका अपना गुजरात जल रहा है.'
'पुलिस ने इंटरनेट बंद कर शुरू की तानाशाही'
पार्टी ने कहा, 'प्रधानमंत्री का मेहसाणा सबसे अधिक धधक रहा है और वहां संचार बंदी लागू करके पुलिस ने तानाशाही शुरू कर दी है. हिंदुस्तानी जनता के मन में क्या
सुलग रहा है, इसकी तस्वीर गुजरात में दिखाई दी. इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहना पड़ेगा.
आनंदीबेन पर भी साधा निशाना
शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री वैश्विक क्षितिज पर शांतिदूत के रूप में चमक रहे हैं. लेकिन जिस गुजरात से उनका नेतृत्व आगे आया है, वहां अंसतोष की आग भड़क
उठी है. हालांकि पार्टी ने यह कहकर प्रधानमंत्री को थोड़ी राहत भी दी कि इस आग को बुझाने की जिम्मेदारी मोदी की नहीं, बल्कि उनकी पादुका को कुर्सी पर रखकर राज
करने वालों की है. शिवसेना ने यह कहकर अप्रत्यक्ष रूप से गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल पर निशाना साधा.
रविवार से उग्र हुआ था आंदोलन
गुजरात में जेल में बंद अपने नेताओं की रिहाई के लिए पाटीदारों (पटेल) का आंदोलन रविवार को उग्र हो गया था. पुलिस से झड़प और आगजनी के बाद मेहसाणा शहर
में कर्फ्यू लगा दिया गया. प्रशासन ने हिंसा के बाद मेहसाणा में इंटरनेट सेवाएं रोक दी थी और आरक्षण समर्थक पटेलों के गढ़ अहमदाबाद और सूरत के अलावा उत्तरी
गुजरात के सभी शहरों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया था.