
तमिलनाडु की राजनीति लगातार उफान ले रही है. सोमवार को तमिलनाडु विधानसभा के स्पीकर ने टीटीवी दिनाकरण धड़े के 18 विधायकों को अयोग्य करार दिया है. AIADMK के ये विधायक शशिकला समर्थक थे और पलानीस्वामी-पन्नीरसेल्वम गुट के विरोधी थे.
विधानसभा सचिव के भूपति ने कहा कि मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी के खिलाफ पिछले माह विद्रोह करने वाले 18 विधायकों के खिलाफ संविधान की दसवीं अनुसूची के अनुरूप बनाए गए दल-बदल विरोधी एवं अयोग्यता कानून 1986 के तहत यह कदम उठाया गया है.
अयोग्य करार दिए जाने पर दिनाकरण गुट ने जमकर विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि इसके लिए जो कारण दिया गया है वह सही नहीं है. हम लोग इस मुद्दे को लेकर जल्द से जल्द कोर्ट में जाएंगे. कांग्रेस नेता टॉम वड्डाकॉन का कहना है कि तमिलनाडु में जो कुछ भी हो रहा है उसका मास्टर प्लान दिल्ली से तैयार हुआ है.
अब ये है विधानसभा की स्थिति -
तमिलनाडु विधानसभा कुल संख्या - 234
पूर्व सीएम जयललिता को हटाकर - 233
18 विधायक अयोग्य करार दिए जाने के बाद कुल संख्या - 215
बहुमत के लिए कुल जरुरत - 108
ई. पलानीस्वामी के पास कुल संख्या - 114
अगर टाई होता है तो स्पीकर भी वोट डाल सकता है.
आज अयोग्य घोषित किए गए विधायकों के नाम थंगा तमिल सेलवन, आर मुरुगन, मारियुप कन्नेडी, के काथीरकमू, सी जयंती पद्मनाभन, पी पलनिअप्पन, वी सेंथिल बालाजी, सी मुथैया, पी वेत्रिवेल, एन जी पार्थीबन, एम कोठांदपानी, टीए एलुमलै, एम रंगासामी, आर थंगादुराई, आर बालासुब्रमणी, एसजी सुब्रमण्यम, आर सुंदरराज और के उमा महेरी हैं.
आपको बता दें कि इन विधायकों ने अन्य लोगों के साथ 22 अगस्त को तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर से मुलाकात कर कहा था कि वह पलानीस्वामी में विश्वास खो चुके हैं, जिन्हें दिनाकरण ने चुनौती दी है. इन सभी विधायकों ने पलानीस्वामी-पन्नीरसेल्वम सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.