
स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' ने शुक्रवार को सफलतापूर्वक डर्बी मिसाइल के जरिए लक्ष्य को नष्ट कर हवा से हवा में मार करने वाली अपनी बेयांड विजुअल रेंज (बीवीआर) मिसाइल दागने की क्षमता का प्रदर्शन किया. हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल ने राडार निर्देशित मोड में चांदीपुर के अंतरिम परीक्षण केंद्र (आईटीआर) में एक मैनोयूरेबल एरियल लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया.
आईटीआर के सेंसर ने लक्ष्य और मिसाइल का पता लगाया. इस परीक्षण का उद्देश्य तेजस पर मौजूद प्रणालियों के साथ डर्बी को जोड़े जाने का आकलन करना और इसके प्रदर्शन का सत्यापन करना था. इन प्रणालियों में एवियोनिक्स, अग्नि नियंत्रण राडार, लॉन्चर और मिसाइल हथियार आपूर्ति प्रणाली शामिल है.
मिसाइल का लक्ष्य पर सीधा निशाना
बयान में कहा गया है कि सुरक्षित तरीके से अलग होने के बाद राडार द्वारा पकड़े गए लक्ष्य की दिशा में मिसाइल को निर्देशित किया गया. इस त्रुटिरहित परीक्षण में सभी प्रणालियों ने संतोषजनक प्रदर्शन किया और मिसाइल ने लक्ष्य पर सीधा निशाना साधा और उसे पूरी तरह नष्ट कर दिया.
ये हैं तेजस की खूबियां
तेजस 50 हजार फीट तक उड़ सकता है. दुश्मन पर हमला करने के लिए इसमें हवा से हवा में मार करने वाली डर्बी मिसाइल लगी है तो जमीन पर निशाना लगाने के लिए आधुनिक लेजर गाइडेड बम लगे हुए हैं. अगर ताकत की बात करें तो तेजस पुराने मिग 21 से कहीं ज्यादा आगे है और मिराज 2000 से इसकी तुलना कर सकते हैं. ये ही नहीं चीन और पाकिस्तान के साझा उपक्रम से बने जेएफ-17 से कहीं ज्यादा बेहतर है. तेजस का फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम जबरदस्त है. तेजस 50 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है.
चीनी विमान जेएफ-17 से ऐसे बेहतर है तेजस
1350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेजस एक उड़ान में 2,300 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है, जबकि जेएफ-17 2,037 किलोमीटर की दूरी. तेजस जहां 3000 किलो विस्फोटक और बम लेकर उड़ सकता है, वहीं जेएफ-17 2,300 किलो लेकर ही जा सकता है. तेजस हवा में ही तेल भरवा सकता है पर जेएफ-17 ऐसा नहीं कर सकता. सबसे अहम बात यह है कि तेजस 460 मीटर चलने के बाद ही हवा में उड़ सकता है, जबकि चीनी विमान को ऐसा करने के लिए 600 मीटर की दूरी तय करनी होती है.