Advertisement

17 किलोमीटर तक ट्रेन चलाता रहा वो शख्स, जिसके पास नहीं थी कोई ट्रेनिंग

दामाद को खुश करने के लिए क्या कोई इस हद तक जा सकता है, यह खबर पढ़ने के बाद आपके दिमाग में यही बात आएगी. सतीश श्रीवास्तव नाम के एक रेलवे लोकोमोटिव पायलट ने 17 किलोमीटर तक अपने दामाद को पैसेंजर ट्रेन चलाने दी, जबकि आकाश बंसल नाम के इस शख्स को ट्रेन चलाने का दूर-दूर तक कोई ज्ञान नहीं था.

Symbolic Image Symbolic Image
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2015,
  • अपडेटेड 1:32 PM IST

दामाद को खुश करने के लिए क्या कोई इस हद तक जा सकता है, यह खबर पढ़ने के बाद आपके दिमाग में यही बात आएगी. सतीश श्रीवास्तव नाम के एक रेलवे लोकोमोटिव पायलट ने 17 किलोमीटर तक अपने दामाद को पैसेंजर ट्रेन चलाने दी, जबकि आकाश बंसल नाम के इस शख्स को ट्रेन चलाने का दूर-दूर तक कोई ज्ञान नहीं था.

Advertisement

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, सतीश श्रीवास्तव को सस्पेंड कर दिया है और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने ससुर-दामाद दोनों के खि‍लाफ शि‍कायत दर्ज कर ली है. यह 13 अप्रैल, 2015 का मामला है, जब‍ सतीश श्रीवास्तव ने अपने दामाद को दिल्ली से रेवाड़ी के बीच 17 किलोमीटर तक ट्रेन का नियंत्रण सौंप दिया था.

मजेदार बात यह है कि श्रीवास्तव को तब सस्पेंड किया गया, जब खुद उनके दामाद आकाश ने रेलवे अधिकारियों को अपने कारनामे की सीडी भेजी. दिल्ली की कंस्ट्रक्शन कंपनी में सुपरवाइजर आकाश का हाल में पत्नी के साथ झगड़ा हो गया था और वह अपने ससुर को सबक सिखाना चाहता था. इसलिए उन्होंने रेलवे अधिकारियों को अपनी क्लिप भेजी थी.

नॉर्थ-वेस्टर्न रेलवे के CPRO तरुण जैन ने बताया कि इस मामले में 8 जून को विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement