
ओडिशा के कंधमाल में लॉकडाउन का उल्लंघन करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने के आरोप में दो दूल्हों को गिरफ्तार किया गया है. ओडिशा सरकार लॉकडाउन के आदेश जारी करने के बाद हर मुमकिन कोशिश कर रही है कि लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए अपने घरों से न निकलें. लेकिन कुछ लोग इस खतरे को समझने को तैयार ही नहीं हैं. वो खुद तो अपने स्वास्थ्य को खतरे में डाल ही रहे हैं, दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे हैं.
कंधमाल पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया जिसने शादी की दावत का इंतजाम कर रखा था. इस युवक की पहचान जिले के नौपादा गांव के निवासी परमेश्वर भुक्ता के तौर पर हुई है. रिपोर्ट मुताबिक 60 से 80 मेहमान दावत में शामिल हुए और उन्होंने धारा 144 का उल्लंघन किया. परमेश्वर को तत्काल आईपीसी की धारा 188 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया.
कंधमाल जिले में खजूरीगांव से बीजू कंहार और उसके भाई को गिरफ्तार किया गया. गांव में बीजू की शादी का आयोजन सरकार और प्रशासन के दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर किया जा रहा था.
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कंधमाल के एसपी प्रतीक सिंह ने इंडिया टुडे को बताया- ‘लोगों के इकट्ठा होने पर रोक के आदेशों का उल्लंघन होने पर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई. ये आईपीसी और एपिडेमिक डिसीज एक्ट के तहत किया गया.’ बता दें कि ओडिशा सरकार ने सभी लोगों से अपील कर रखी है कि वो सभी सामाजिक आयोजन 15 अप्रैल तक टाल दें. राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक किसी भी जगह 7 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है. राज्य के 14 जिलों में लॉकडाउन के आदेश को सोमवार से अमल में लाया गया. सोमवार तक 85 सैम्पल कोरोना वायरस टेस्ट के लिए भेजे गए जो सभी निगेटिव पाए गए.
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राज्य सरकार ने 8,798 गांव पंचायतों में 7,276 अस्थायी मेडिकल कैम्पों की पहचान की है. कम्युनिटी हेल्थ सेंटर्स (CHC) और प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स (PHC) को पेयजल, शौचालय, बिजली और साफ-सफाई की सुविधाओं के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है. Covid-19 पर ओडिशा सरकार के प्रवक्ता सुब्रतो बागची ने बताया कि ब्लॉक विकास अधिकारियों को CHC के लिए 10 लाख और PHC के लिए 5 लाख रुपए तक खर्च करने के अधिकार दिए गए हैं.