
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर सत्ता में वापसी के सपने देख रही कांग्रेस पार्टी को नतीजों के बाद करारा झटका लगा है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की रणनीति उनके रणनीतिकार प्रशांत किशोर के हाथों में थी, जो कि इस बार फेल हुई है. हालांकि प्रशांत किशोर ने कहा है कि कांग्रेस ने उनकी बात नहीं मानी इसलिए उसका ऐसा हाल हुआ है.
दरअसल, 'दैनिक भास्कर' को दिए इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस के आलाकमान ने उन्हें उत्तरप्रदेश में खुलकर काम नहीं करने दिया, यही कारण है कि ऐसा नतीजा आया है. पीके बोले कि खाट सभा से पहले तक मेरी बातों को माना जा रहा था लेकिन उसके बाद स्थिति में लगातार बदलाव हुआ और मेरी रणनीतियों को नहीं माना गया, पंजाब में मेरी बात सुनी गई और नतीजे सभी के सामने हैं. पीके ने कहा कि मुझ पर ऊंगली उठाना बहुत आसान है, फिर भी मैं हार की जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं.
गठबंधन में हुई देरी
पीके बोले कि पहले मेरी बात मानने में देरी हुई, साथ ही गठबंधन करने में देरी करने से काफी नुकसान हुआ. वहीं सपा के पारिवारिक झगड़े ने भी कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया. गौरतलब है कि कांग्रेस को कुल 7 सीटें ही मिली हैं. कांग्रेस का यह अभी तक सबसे खराब प्रदर्शन है. हालांकि पीके के इस इंटरव्यू के बाद अभी कांग्रेस का कोई बयान नहीं आया है.
प्रियंका पर टाल गए सवाल
इंटरव्यू में जब प्रशांत किशोर से प्रियंका गांधी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सवाल टालने की कोशिश की, उन्होंने कहा कि अब जो होना था वह हो गया, मैं हार की जिम्मेदारी लेता हूं.
क्या टूटा पीके का रिकॉर्ड?
प्रशांत किशोर ने अभी तक जिस भी पार्टी के लिए काम किया है, उस पार्टी की जीत हुई है. इस सवाल पर पीके बोले कि इस हार के बाद लोग क्या सोचेंगे मुझे फर्क नहीं पड़ता, लेकिन अगर मैं फेल होता तो पंजाब में कांग्रेस को बहुमत ना मिलता. पीके ने कहा कि सभी जानते हैं कि मेरे साथ क्या हुआ.