
ट्रेन टॉयलेट के पानी का इस्तेमाल चाय और कॉफी बनाने के लिए इस्तेमाल करने को लेकर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भारतीय रेलवे ने इस पर सफाई दी है. उसने बताया कि रेलवे इससे जुड़े वेंडिंग कॉन्ट्रैक्टर पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगा चुका है.
बता दें कि पिछले दिनों से एक वीडियो व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि ट्रेन में चाय बांटने वाला एक शख्स ट्रेन के टॉयलेट से चाय के कैन को बाहर लेकर आ रहा है.
उसकी हरकतों से साफ है कि वो किसी बात का इंतजार कर रहा है. वो ट्रेन के दरवाजे पर जाकर देखता है और इधर- उधर देख रहा है कि कहीं कोई आ तो नहीं रहा है. पूरे पचास सेकेंड तक वो ऐसे ही टॉयलेट के बाहर इंतजार करता हुआ दिखता है. फिर टॉयलेट का दरवाजा खुलता है और तब ये बात साफ हो जाती है कि वो ट्रेन के टॉयलेट के पास क्या कर रहा है .
इस वीडियो में दिख रहा है कि वह ट्रेन में सर्व किए जाने वाले चाय और कॉफी के लिए टॉयलेट का पानी इस्तेमाल कर रहा है. बताया जा रहा है कि यह घटना पिछले साल दिसंबर में चारमिनार एक्सप्रेस में हुई थी. यह घटना हैदराबाद के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन में हुई थी.
रेलवे अधिकारी वेदप्रकाश के मुताबिक नीली शर्ट में दिखने वाले लोग चारमीनार स्टेशन पर केटरिंग करने वाली कंपनी के लोग हैं जो गैरकानूनी तरीके से वहां काम कर रहे थे. लेकिन रेलवे ने माना कि प्लेटफॉर्म पर खड़ा तीसरा व्यक्ति पीएन जयचंद्रा है रेलवे के केटरर पी. शिवप्रसाद के लिए काम करता है.
लेकिन रेलवे का कहना है कि पूछताछ के दौरान इस जयचंद्रा ने बताया कि वो लोग टॉयलेट के भीतर पानी नहीं भर रहे थे बल्कि दूध एक बर्तन से दूसरे बर्तन में डाल रहे थे. लेकिन रेलवे ने टॉयलेट में खाने पीने की चीजें ले जाने के लिए पी. शिवप्रसाद की कंपनी पर जुर्माना लगाया.
दक्षिण केंद्रीय रेलवे (SCR) के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर एम. उमाशंकर ने कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच बिठाई गई थी. जांच के बाद संबंधित वेंडर के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए एक्शन लिया गया है. कुमार ने बताया कि वीडियो में दिख रहे दो अन्य लोग अनधिकृत हॉकर थे.
कुमार ने बताया कि एससीआर का वाणिज्य विभाग पिछले कुछ महीनों से अनधिकृत हॉकिंग के खिलाफ अभियान चलाए हुए है. इस दौरान ऐसे काम करने वाले कई हॉकर्स, जिसमें इस घटना से जुड़े दो हॉकर भी शामिल हैं, निकाल दिए गए हैं.