
दिल्ली में कड़ाके की ठंड के बाद सोमवार को गुनगुनी धुप निकली और मौसम खुशगवार बना रहा, तो इस मौसम का लुत्फ उठाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा सुबह सैर सपाटे के लिए खान मार्किट पहुंची.
प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी के साथ सुबह 11 बजे के करीब खान मार्किट पहुंचीं और रेस्टोरेंट में खाने का जायका लिया. यहां आसपास खरीदारी कर रहे लोग उन्हें देखने के लिए जमा हो गए. कोई उनसे बातचीत करने लगा, तो कोई उनके संग सेल्फी लेने लगा. आमतौर पर साड़ी में नज़र आने वाली प्रियंका नीले रंग की हुड स्वेट शर्ट और जींस पहने थीं. उनके हाथ में शॉपिंग बैग भी था. वहीं सोनिया शॉल ओढ़े हुए थीं.
दिल्ली के मौसम की ही तरह कांग्रेस की सियासत भी पिछले दिनों ठंडी ही पड़ी हुई थी. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में महागठबंधन की उधेड़ बुन में लगी कांग्रेस को जब फुटबॉल के शौक़ीन अखिलेश ने एन मौके पर अपने पहलवान पिता का सियासी दांव चलते हुए कांग्रेस को पटखनी देने की कोशिश की, तब गांधी परिवार की ओर से प्रियंका ने ही मोर्चा संभाला . उन्होंने अखिलेश यानि टीपू को एहसास करा दिया कि वह भले ही सपा के सुल्तान बन गए हों, लेकिन यूपी का सुल्तान बनाने के लिए साइकिल तभी दौड़ेगी, जब हाथ का जोर साइकिल को चलाएगा.
आखिरकार बात बन गई और सपा-कांग्रेस के बीच सियासी समझौता हो गया, जिसके बाद मां सोनिया के साथ सैर के लिए खान मार्केट पहुंचीं प्रियंका की स्वेट शर्ट पर लिखे लब्ज़ काफी कुछ बयां कर रहे थे. इस पर लिखा था, 'Never Underestimate A Woman'... ये शब्द प्रियंका के आत्मविश्वास का साफ इजहार कर रहे थे.
दरअसल कांग्रेस चाह रही थी कि बिहार की तर्ज पर यूपी में भी बीजेपी को रोकने के लिए महागठबंधन बनाया जाए. बिहार में यह सियासी समीकरण काफी सफल रहा था, लेकिन यूपी में इसकी राह में रोड़े आन पड़े. यहां तक कि साइकिल पर सवारी का ख्वाब देख रही कांग्रेस को अखिलेश ने ठेंगा दिखा दिया था. कांग्रेस के तमाम मंझे हुए खिलाड़ी भी अखिलेश के इस दांव के आगे चीत हो गए थे. तब प्रियंका ने कमान संभाली और मोर्चा अपने हाथ में लिया और सियासी ठंड झेल रही कांग्रेस को सपा से गठबंधन का लिहाफ दिलवाने में कामयाब रहीं.
शायद यही वजह है कि पार्टी को इस लिहाफ की गर्माहट मिलते ही प्रियंका और सोनिया दिल्ली में मौसम की गर्माहट का लुत्फ़ लेने निकल पड़ीं. अब कांग्रेस को मिली यह सियासी धूप कितनी गर्माहट दे पाएगी, इसके लिए तो नतीजों का इंतज़ार करना होगा. फ़िलहाल तो यूपी में हाशिये पर पड़ी कांग्रेस पार्टी के लिए कांग्रेस विरोध के नाम पर पैदा हुई समाजवादी पार्टी के नए सुल्तान अखिलेश यादव का ही सहारा है.