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ये है राहुल गांधी के 'कैची' जुमलों का 'राज'

जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषणों में एक से बढ़कर एक मजेदार जुमले और फॉर्मूलों के दम पर सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोरीं, राहुल गांधी भी अब उसी राह पर चलते नजर आ रहे हैं.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी
ब्रजेश मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 03 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर बिंदास नजर आए. बुधवार को उन्होंने लोकसभा में जिस तरह सरकार पर 'कैची' जुमलों की बारिश की ये बदलते अंदाज का महज ट्रेलर ही है. लोकसभा चुनावों में हार के बाद दिन-ब-दिन सबक सीख रहे राहुल गांधी के यार भी बदले और उनके तेवर भी.

जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषणों में एक से बढ़कर एक मजेदार जुमले और फॉर्मूलों के दम पर सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोरीं, राहुल गांधी भी अब उसी राह पर चलते नजर आ रहे हैं. बुधवार को राहुल गांधी के भाषण में इसकी झलक भी दिखी. कांग्रेस उपाध्यक्ष के 'फेयर एंड लवली योजना' वाले बयान पर लोगों ने सोशल मीडिया में खूब चुटकी ली.

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मोदी पर साधा था निशाना
दरअसल, राहुल गांधी ने लोकसभा में भाषण के दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधा और काले धन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा, 'काले धन को गोरा (सफेद) करने के लिए मोदी जी फेयर एंड लवली योजना लेकर आए हैं. जिससे आप अपना काला धन गोरा कर सकते हैं.'

हिट हो रहे हैं राहुल के जुमले
इसके पहले पिछले सत्र में राहुल गांधी ने 'सूट बूट की सरकार' का जुमला छोड़ा जो लोगों ने हाथों-हाथ लिया और लंबे समय तक चर्चा में भी रहा. बुधवार को ही यह संकेत मिले कि राहुल गांधी यूपी विधानसभा चुनाव में बिहार की जीत के असली हीरो प्रशांत किशोर को साथ ले सकते हैं. बुधवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस की बैठक में प्रशांत किशोर की मौजूदगी इस बात के साफ संकेत भी दे रही है. सोशल मीडिया के जरिए इमेज बिल्डिंग और कैंपेनिंग में माहिर प्रशांत किशोर का साथ राहुल गांधी के राजनीति करियर के साथ ही कांग्रेस के लिए भी संजीवनी साबित हो सकता है.

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...राहुल के बदले तेवर के हीरो
लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी और नरेंद्र मोदी की इमेज बिल्डिंग करने वाले प्रशांत किशोर ने बिहार चुनावों में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के पाले में छलांग लगाई थी, जहां कांग्रेस भी उस गठबंधन में थी. बिहार में प्रशांत किशोर का जादू चलने के बाद कई पार्टियां उन्हें अपना खेवनहार बनाने की कोशिश में हैं और राहुल गांधी इस मामले में सबसे पहले दिख रहे हैं.

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