देशव्यापी तालाबंदी ने कई लोगों का जीवन प्रभावित किया है. लॉकडाउन की वजह से कई लोगों का रोजगार भी छिन गया है. ऐसे में मानवता और मदद की कई मिसाल भी सामने आ रही हैं. इस कड़ी में डिब्रूगढ़ जिले की एक छात्रा जनमोनी गोगोई को असम पुलिस ने एक दोपहिया वाहन उपहार में दिया है. बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान वह अपने परिवार की मदद के लिए साइकिल पर घर-घर जाकर सब्जी बेचने का काम करती है. (फोटो-twitter)
जानकारी के मुताबिक, असम में लॉकडाउन में बाजार बंद होने की वजह से एक स्कूली छात्रा अपनी साइकिल पर सब्जी बेचने के लिए घर-घर जाती थी. इस बीच सब्जी बेचते हुए जनमोनी गोगोई की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. उस तस्वीर में जनमोनी की साइकिल के करियर पर एक टोकरी नजर आ रही है और हैंडल पर बड़े-बड़े बैग लटके हुए हैं. (फोटो-twitter)
जानमोनी अपने माता-पिता के साथ अकेले रहती है. उसके पिता लंबे वक्त से बीमार हैं. घर में उसके अलावा कोई भी कमाने वाला नहीं है. उसने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद परिवार की जिम्मेदारी उठा ली और बाजार में अपनी मां के साथ सब्जियां बेचना शुरू कर दिया. हालांकि अन्य छात्राओं की तरह उसका सपना भी उच्च शिक्षा हासिल करने का था. (फोटो-twitter)
जनमोनी गोगोई डिब्रूगढ़ जिले के बोगीबील इलाके की रहने वाली है. 25 मार्च से जारी लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद होने की वजह से जनमोनी ने घर-घर जाकर सब्जी बेच रही है. इस बीच एसपी श्रीजीत टी के साथ जिला पुलिस के बड़े अधिकारियों को सोशल मीडिया के जरिए जानमोनी के बारे में पता चला. छात्रा के संघर्ष को देखते हुए, डिब्रूगढ़ पुलिस ने जनमोनी गोगोई को एक दोपहिया वाहन भेंट किया है. डिब्रूगढ़ पुलिस ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी. (फोटो-twitter)
सोमवार को डिब्रूगढ़ जिला पुलिस की एक टीम ने पुलिस उपाधीक्षक (हेड क्वार्टर) पल्लवी मजूमदार के नेतृत्व में जनमोनी गोगोई के घर का दौरा किया. उन्होंने छात्रा से पूछा कि क्या उसे किसी चीज की जरूरत है. पुलिस उप अधीक्षक पल्लवनमुमेदर ने बताया कि जममोनी ने अपने स्वाभिमान की वजह से आर्थिक सहायता लेने से इनकार कर दिया. इसलिए हमने उसे मोपेड बाइक भेंट की है ताकि वह अपनी सब्जियां को अधिक मात्रा में और आराम से ले जा सके. (फोटो-twitter)