
पत्थरों और लकड़ियों को तराश कर बनी कलाकारी तो आपने बहुत देखी और सुनी होगी लेकिन अगर आप पेंसिल की नोंक पर उकेरी इन छोटी-छोटी मूर्तियों को देखेंगे तो दंग रह जाएंगे.
झारखंड के जमशेदपुर निवासी राकेश कुमार ने बचपन के मूर्ती बनाने के शौक को अपना सब कुछ बना लिया और आज ये कलाकार माइक्रो मिनिएचर आर्ट में एक नाम बन गए हैं. ट्रेड फेयर के झारखंड पवेलियन में इनकी कला आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
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राकेश के मुताबिक, मिट्टी की मूर्ति तो सब बनाते हैं लेकिन कुछ अलग और हट कर करने के जूनून ने उन्हें माइक्रो मिनिएचर आर्ट में डाला और आज उन्होंने गांधी जी , बिरसा मुंडा और अलग-अलग डिजाइन को पेंसिल की नोंक पर उकेरा है.
इसके अलावा राकेश छोटे-छोटे पत्थरों पर भी आदिकाल की मूर्तियों की कलाकारी करते हैं. इस आर्ट में मूर्तियों की कीमत 50 रूपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है. इन बारीक कलाकारियों को देखने के लिए लेंस की जरूरत पड़ती है. हैरत की बात यही है कि इन मूर्तियों को कलाकार अपनी नग्न आंखों से घंटों की मेहनत और एकाग्रता से बनाता है.