Advertisement

उत्तर कोरिया पर कूटनीतिक दबाव बढ़ाने पर सहमत हुए अमेरिका और जापान

अमेरिका और जापान के राजनयिक उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव कम करने के लिए उस पर दबाव बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कूटनीति विफल हो जाती है तो सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए.

जापानी पीएम शिंजो आबे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप(फाइल फोटो) जापानी पीएम शिंजो आबे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप(फाइल फोटो)
केशवानंद धर दुबे/BHASHA
  • टोक्यो,
  • 17 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 1:18 PM IST

अमेरिका और जापान के राजनयिक उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव कम करने के लिए उस पर दबाव बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कूटनीति विफल हो जाती है तो सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए.

अमेरिका के विदेश उपमंत्री जॉन सुलिवान ने जापान के अपने समकक्ष शिन्सुक सुगियामा से मुलाकात के बाद कहा कि इस समस्या को हल करने के लिए विदेश विभाग का ध्यान कूटनीति पर है. उन्होंने कहा, 'अगर कूटनीति विफल हो जाती है तो जापान और दक्षिण कोरिया तथा अन्यत्र कहीं भी हमारे सहयोगियों को सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए.'

Advertisement

सुगियामा ने सभी विकल्प तैयार रखने के उद्देश्य से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति के लिए जापान के समर्थन को दोहराया. साथ ही चीन और रूस के साथ सहयोग के जरिए कूटनीतिक समाधान की जरुरत पर भी जोर दिया. दोनों राजनयिक उत्तर कोरिया पर आगे की बातचीत के लिए सोल में अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष से मुलाकात करेंगे.

उत्तर कोरिया लगातार कर रहा मिसाइल परीक्षण

उत्तर कोरिया ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र समेत दुनिया के देशों की चेतावनी को दरकिनार करते हुए फिर से बैलिस्टिक मिसाइल दागा. यह मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी और प्रशांत महासागर में जा गिरी. दक्षिण कोरिया और जापान ने इसकी जानकारी दी थी.

दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना ने किया नौसैनिक अभ्यास

हाल ही में दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना ने आज से पांच दिवसीय नौसैनिक अभ्यास शुरू किया. ऐसा उत्तर कोरिया के द्वारा अमेरिकी सीमा के अंदर गुआम क्षेत्र में मिसाइलें दागने की ताजा धमकियों के बीच किया गया.

Advertisement

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 18 अक्टूबर को उत्तर कोरियाई तानाशाह परमाणु लैस मिसाइल टेस्ट करने वाला है, फिर जंग हो सकती है. जापान, साउथ कोरिया पहले ही आशंका जता चुके हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement