देश का आम बजट (Union Budget 2025) पेश होने वाला है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को इसे संसद के पटल पर रखेंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि संसद में बजट पेश होने से ठीक पहले वित्त मंत्रालय में हलवा बांटा जाता है. बजट वीक की शुरुआत होने के साथ ही हम आपको बता रहे हैं, इससे जुड़े ऐसे ही पांच मजेदार फैक्ट, जो आपके लिए जानना जरूरी है.
पहला- हलवा सेरेमनी
वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश किए जाने से पहले Finance Ministry में हलवा बांटा जाता है, ये लंबे समय से चली आ रही परंपरा है और सरकार इसका अब भी पालन कर रही है. मंत्रालय में ही ये Halwa तैयार किया जाता है और बजट के काम से जुड़े वित्त मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को खिलाया जाता है. Halwa Ceremony की ये परंपरा आजादी के बाद से ही चली आ रही है और इसके पीछे मान्यता ये रही है कि देश में हर शुभ काम करने से पहले कुछ मीठा खाना अच्छा होता है. बस इसी लिए इस जरूरी डॉक्युमेंट को जनता के सामने रखने से पहले हलवा से मुंह मीठा किया जाता है.
दूसरा- भारत का पहला बजट
भारत में पहली बार बजट (India's First Budget) ब्रिटिश काल में ही Budget पेश किया गया था. इसे 7 अप्रैल 1860 को ब्रिटिश सरकार में वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पढ़ा था. लेकिन क्या आपको पता है भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिलने के बाद भारत का पहला बजट किसने पेश किया था? तो बता दें कि साल 1947 में आरके शनमुखम चेट्टी ने इसे पेश किया था. यह एक अंतरिम बजट था.
तीसरा- लीक भी हो चुका बजट
Union Budget को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तैयार किया जाता है और बजट पेश होने से 10 दिन पहले इस काम से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी लॉकडाउन जैसे माहौल में रहते हैं. मतलब परिवार समेत पूरी दुनिया से कट जाते हैं. दरअसल, इसके पीछे की वजह पुरानी है, क्योंकि साल 1950 में जब देश के वित्त मंत्री जॉन मथाई थे, तो उस समय बजट की प्रिंटिंग के दौरान ये लीक हो गया था. लीक के सुरक्षा के मद्देनजर इसकी प्रिंटिंग को राष्ट्रपति भवन से मिंटो रोड पर ट्रांसफर किया गया और 1980 से इसकी छपाई बेहद खुफिया तरीके से नॉर्थ ब्लॉक बेसमेंट में होती है.
चौथा- पहले सिर्फ अंग्रेजी में पेश होता था बजट
Budget से जुड़ा एक और मजेदार फैक्ट ये है कि पहले इसे सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही पेश किया जाता था. साल 1955 तक केंद्रीय बजट खासतौर पर अंग्रेजी में होता था, लेकिन इसके बाद देश की वित्तीय हालत का आइना ये बजट डॉक्युमेंट न केवल अंग्रेजी, बल्कि हिंदी में भी पेश किया जाने लगा. पूर्व वित्त मंत्री सीडी देशमुख ने बजट को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पेश करने की शुरुआत की थी.
पांचवां- बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे
1 फरवरी 2024 को केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किया जाता है, लेकिन इससे ठीक एक दिन पहले संसद के पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) रखा जाता है. ये देश की सेहत का पूरा लेखा-जोखा होता है. यह बेहद महत्वपूर्ण होता है और अगले दिन पेश होने वाले बजट की एक पूरी तस्वीर पेश करने वाला होता है. इकोनॉमिक सर्वे डॉक्यूमेंट तैयार होने के बाद वित्त मंत्री द्वारा अनुमोदित कर दिया जाता है. देश का पहला आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में पेश किया गया था. तब आर्थिक सर्वेक्षण आम बजट के एक पार्ट के रूप में पेश किया गया था. हालांकि 1964 में इकोनॉमिक सर्वे को बजट से अलग कर दिया गया था.