दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की एक योजना की चर्चा अब बीजेपी शासित राज्य में हो रही है. केजरीवाल सरकार ने पिछले साल ही वकीलों के लिए 'दिल्ली वकील कल्याण योजना' की शुरुआत की है, जिसे 'मुख्यमंत्री वकील कल्याण योजना' के नाम से भी जाना जाता है. अब कर्नाटक हाई कोर्ट ने येदियुरप्पा सरकार से दिल्ली सरकार की इस योजना पर विचार करने को कहा है. (Photo: File)
दरअसल केजरीवाल सरकार की 'दिल्ली वकील कल्याण योजना' कर्नाटक हाई कोर्ट को पसंद आई है. इस योजना के तहत वकीलों को मेडिकल और लाइफ इंश्योरेंस की सुविधा मिल रही है. कर्नाटक हाई कोर्ट ने येदियुरप्पा सरकार से पूछा है कि क्या इसी तरह की स्कीम पर किसी बीमा कंपनी के साथ मिलकर राज्य में काम किया जा सकता है. कोर्ट ने कर्नाटक सरकार को जवाब देने के लिए 2 हफ्ते का वक्त दिया है. (Photo: Karnataka High Court)
कोर्ट ने कर्नाटक सरकार से कहा कि एलआईसी, राज्य सरकार के अफसरों, चार सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के अफसरों की एक बैठक बुलाई जाए, ताकि यह तस्वीर साफ हो कि दिल्ली की तरह कर्नाटक में भी वकीलों के लिए इस तरह की योजना बनाई जा सकती है या नहीं? (Photo: File)
यही नहीं, कर्नाटक हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से भी जवाब मांगा है. कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह बताए क्या कानूनी मामलों के विभाग की ओर से कोई कमेटी बनाई गई है या ऐसी कोई सिफारिश की गई है ताकि वकीलों को इंश्योरेंस देने के लिए कोई योजना बनाई जा सके. (Photo: File)
दिल्ली वकील कल्याण योजना के बारे में
अब केजरीवाल सरकार की उस योजना के बारे में बताते हैं कि जिसकी तारीफ हो रही है. दरअसल, 'मुख्यमंत्री वकील कल्याण योजना' के तहत दिल्ली के वकीलों को दो तरह के सरकारी बीमा का लाभ मिल रहा है. (1) दिल्ली के वकीलों को 10 लाख रुपये तक का लाइफ इंश्योरेंस कवरेज (टर्म प्लान) दिया जा रहा है. (2) दिल्ली के वकीलों, उनकी पत्नी, 25 वर्ष से कम उम्र के दो बच्चों को 5 लाख रुपये तक का ग्रुप मेडिक्लेम भी दिया जा रहा है. (Photo: File)
10 लाख रुपये तक का लाइफ कवर
आसान शब्दों में कहें तो दिल्ली सरकार वकीलों को 5 लाख रुपये तक का फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दे रही है, जिसमें वकील समेत परिवार के 4 सदस्य इलाज करा सकते हैं. वहीं केवल वकील को 10 लाख रुपये तक का लाइफ इंश्योरेंस कवरेज मिल रहा है, यानी वकील की मौत पर परिवार को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये मिलेंगे. (Photo: File)
हर साल 50 करोड़ रुपये का प्रावधान
केजरीवाल सरकार ने इस योजना के लिए बजट में हर साल 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. दिल्ली सरकार की इस योजना का 29077 वकीलों को फायदा मिल रहा है. योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है. Delhi Lawyers Welfare Scheme के तहत वकीलों के कल्याण के लिए विधि विभाग ने अलग से आईटी विभाग का भी गठन किया है. (Photo: File)
किन वकीलों को मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ दिल्ली के केवल उन वकीलों को मिलेगा, जो दिल्ली में प्रैक्टिस कर रहे हैं. वकील का नाम दिल्ली बार काउंसिल में पंजीकृत होना चाहिए और साथ ही वकील का नाम दिल्ली की मतदाता सूची में भी हो. इस योजना के लाभ के लिए वकील का दिल्ली का स्थायी निवासी होना जरूरी है. (Photo: File)