कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसे हैं. लेकिन हर कोई शेयर बाजार से पैसे क्यों नहीं बना पाते हैं? खासकर 90 फीसदी से ज्यादा रिटेल निवेशक स्टॉक मार्केट में कमाने के बजाय अपनी जमापूंजी भी गंवा जाते हैं. रिटेल निवेशकों को शेयर बाजार से खाली हाथ लौटने के पीछे पांच बड़े कारण हैं.
1. बिना जानकारी निवेश: अधिकतर रिटेल निवेशक स्टॉक मार्केट को बेहतर तरीके से जाने बगैर पैसे लगा देते हैं. इस कड़ी में निवेशक उस तरह के स्टॉक का चयन कर लेते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. जिससे नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे लोग किसी के कहने पर निवेश शुरू कर देते हैं. (Photo: Getty)
2. एक्सपर्ट के चयन में गलती: डिजिटल इंडिया के इस दौर में रिटेल निवेशक मार्केट एक्सपर्ट पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं. कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से लखपति-करोड़पति बनाने के सपने दिखाते रहते हैं. लेकिन हकीकत में ये इतना आसान नहीं है. इसलिए निवेश से पहले एक्सपर्ट की मदद जरूर लें, लेकिन एक्सपर्ट का चयन भी सही से करें.
3. गिरावट में घबराना: रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं.
4. सस्ते शेयर का चयन: अक्सर रिटेल निवेशक उन शेयरों को अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं, जिसकी कीमत कम होती है. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये धारणा गलत है. अक्सर रिटेल निवेश इसी चक्कर में पैनी स्टॉक में फंस जाते हैं, फिर जमापूंजी शेयर बाजार में गंवा देते हैं. शेयर का चयन हमेशा कंपनी के ग्रोथ को देखकर करें.
5. मोटी कमाई का इंतजार: कई बार रिटेल निवेशक मोटी कमाई के इंतजार में जो आ रहा है, उसे भी घर तक नहीं ले जा पाते हैं. अक्सर ट्रेडर और बड़े निवेशक कुछ शेयरों में 5 से 10 फीसदी बढ़ोतरी के बाद उस शेयर से निकल लेते हैं. लेकिन रिटेल निवेशक मोटी कमाई के चक्कर इन शेयरों में फंस जाते हैं, और फिर इंतजार करते-करते सस्ते में या फिर नुकसान उठाकर शेयर बेच लेते हैं.