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'सायरन' बना लॉकडाउन का विकल्प, यूपी के इस DSP ने दिया ये अनोखा आइडिया

प्रियंका शर्मा
  • 25 मई 2020,
  • अपडेटेड 11:44 PM IST
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कोरोना वायरस को कंट्रोल करने के लिए लॉकडाउन लगाया गया , फिर भी कोरोना संक्रमण थम नहीं रहा. इसके पीछे की वजहों पर यूपी पुलिस के एक अफसर ने गंभीर अध्ययन के बाद एक प्लान तैयार क‍िया है. ये अफसर सर्वि‍लांस पर गहरी पकड़ रखने वाले नोएडा के DSP (ACP) STF विनोद सिंह सिरोही हैं. उनका मानना है कि अगर उनका ये आइड‍िया पूरे देश में लागू किया जाए तो ये लॉकडाउन से निकलने में कारगर साबित हो सकता है. बता दें कि फिलहाल उनका ये प्लान जनता ड्रिल नाम से मेरठ प्रशासन की ओर से लागू भी कर दिया गया है. उन्होंने अपना ये प्लान केंद्र सरकार को भी भेजा है. आइए जानते हैं- आख‍िर क्या है कोरोना कंट्रोल का ये अनोखा आइडि‍या.

फोटो- DSP विनोद सिंह सिरोही

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क्राइम कंट्रोल करने वाले इस अफसर का कोरोना कंट्रोल का ये आइडि‍या लोगों को काफी पसंद भी आ रहा है. विनोद सिरोही ने aajtak.in से खास बातचीत करते हुए बताया, WHO की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए हाथ धोने और लगातार सैनिटाइज करने की सलाह दी गई है. लेकिन अभी तक ये ऐच्छ‍िक है जिसका लोग सही से पालन नहीं कर रहे. कोरोना वायरस के बढ़ने का मुख्य कारण इसका ऐच्छ‍िक होना और  लोगों का सही और व्यवस्थि‍त ढंग से पालन न करना है. लेकिन मैंने इसके लिए एक प्लान तैयार किया है, उसमें हाथ धोना या सैनिटाइज करना व्यवस्थ‍ित और अनिवार्य होगा जिसकी मॉनीटरिंग भी हो सकेगी.

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उनके बनाए प्लान को मेरठ प्रशासन ने हुबहू लागू कर दिया है. इसका नाम जनता ड्रिल रखा गया है. जनता ड्रिल के अनुसार हर सावर्जनिक स्थान पर एक सायरन या हूटर की व्यवस्था की गई है. जिसके बजने के बाद मार्किट, मंडी या पार्क जैसे सार्वजनिक स्थान पर लोग हाथों को सैनिटाइज करें. इस सायरन या हूटर के बजने का समय हर एक घंटे बाद निर्धारित क‍िया गया है.


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विनोद सिरोही ने कहा कि ये वायरस खतरनाक है, ऐसे में किसी को नहीं मालूम ये कब और कैसे वार करेगा. लेकिन हमें इससे बचने के लिए नए तरीके खोजने होंगे. आखिर लोगों को कब तक घर में कैद किया जा सकता है?

अब तक के आए अध्ययनों से स्पष्ट है कि वायरस का संक्रमण हाथों के माध्यम तेजी से फैलता है, ऐसे में जरूरी ये है कि हम सभी अपने हाथों की स्वच्छता पर खास ध्यान रखें.

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उन्होंने कहा, जैसे  वर्ल्ड वॉर 2 के दौरान सैनिकों की जान बचाने के लिए सायरन बजाया जाता था, ताकि वह दुश्मनों से छिप सकें, ऐसे ही वायरस के खतरे को खत्म करने के लिए सायरन की मदद लेनी होगी. ताकि ये सायरन लोगों को याद दिलाता रहे कि अब हाथ को साफ करने की जरूरत है.


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आपको बता दें, विनोद सिंह की ये तरकीब मेरठ में लागू हो चुकी है. मेरठ के जागृति विहार अस्थायी सब्जी मंडी में सफल प्रयोग के बाद अब मेरठ के मुख्य बाजारों में हर घंटे सायरन की आवाज गूंजती है, जिसके बाद बाजार के व्यापारी और वहां मौजूद अन्य लोग तत्काल अपने हाथों को सैनिटाइज करते हैं. उनके प्लान के अनुसार सैनिटाइजर जेब में रखना और मास्क लगाना हरेक के लिए अनिवार्य होगा. सायरन बजने पर सेनिटाइज का इस्तेमाल न करने पर उस पर कड़ी कार्रवाई की व्यवस्था होनी चाहिए.

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जिलाधिकारी अनिल धींगरा ने बताया कि जागृति विहार एक्सटेंशन में लग रही अस्थायी सब्जी मंडी में यह प्रयोग शुरू किया गया है, जिसमें प्रत्येक घंटे पर सायरन की आवाज पर मंडी में मौजूद दुकानदार और अन्य व्यक्ति अपने हाथों को सैनिटाइज कर रहे हैं. बता दें कि मेरठ में इस जनता ड्रिल का व्यापारियों और बुद्ध‍िजीवियों ने स्वागत किया है. विनोद सिरोही ने सरकार को अपने इस प्लान को पूरे देश में लागू करने का सुझाव दिया है. उनका कहना है कि ये भारतीय परिस्थ‍ितियों के अनुकूल है और इसे आसानी से लागू भी किया जा सकता है.

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