हाल ही में अरविंद केजरीवाल की बेटी ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा था, वहीं दूसरी ओर उनके बेटे ने कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास चीजों की मांग की थी. आइए ऐसे में जानते हैं मुख्यमंत्री के बच्चों के बारे में. बता दें, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई. दिल्ली में किसकी सरकार
बनेगी इसके बारे में 11 फरवरी को मालूम चलेगा.
केजरीवाल की बेटी हर्षिता और बेटे का नाम पुलकित है. हर्षिता जहां एक नामी कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम कर रही हैं, वहीं बेटा पुलकित आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई कर रहा है. सीएम केजरीवाल के दोनों ही बच्चे मोदी सरकार से सवाल करने को लेकर चर्चा में रहे हैं.
पिता की तरह ही पढ़ने में तेज है हर्षिता
हर्षिता अपने पिता की ही तरह पढ़ाई में काफी आगे हैं. हर्षिता ने कक्षा 12वीं में 96 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. इसके बाद ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (जेईई 2014) परीक्षा की तैयारी और 3322 रैंक हासिल कर इस परीक्षा को पास भी किया. परीक्षा में पास होने के बाद साल 2014 में उन्हें IIT दिल्ली में एडमिशन लिया था.
केजरीवाल ने एक सभा में कहा - 'वर्तमान में मेरी बेटी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती हैं. वह पांच महीने की छुट्टी लेकर आई है. वह मेरी विधानसभा में घूमकर लोगों से मिल रही है'.हर्षिता का नाम हाल ही में मीडिया में सुर्खियों में रहा. जब हर्षिता ने मोदी सरकार से सवाल किए.
हाल ही में अरविंद केजरीवाल को आतंकी बताए जाने के खिलाफ बेटी हर्षिता ने
पिता का साथ देते हुए मोदी सरकार से सवाल पूछा - "क्या लोगों को मुफ्त
स्वास्थ्य सुविधा देने वाला आतंकवादी हो सकता है. क्या बच्चों को शिक्षित
करने वाला आतंकवादी हो सकता है. क्या बिजली और पानी की आपूर्ति में सुधार
करने वाला आतंकवादी हो सकता है."
जानें सीएम के बेटे के बारे में
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेटे पुलकित केजरीवाल ने इस साल 12वीं की परीक्षा 96.4 प्रतिशत के साथ पास की थी. इसके बाद JEE परीक्षा पास करके पुलकित ने भी इसी साल आईआईटी दिल्ली में एडमिशन लिया था.
पुलकित भी मोदी सरकार से सवाल उठाने को लेकर चर्चा में रह चुके हैं. बता दें कि एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में जब पुलकित से पूछा गया कि आप दिल्ली के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री से क्या चाहते हैं?
इस पर उन्होंने कहा- 'सरकार को उन मुद्दों पर सबसे ज्यादा फोकस करना चाहिए जो जनता के लिए सबसे जरूरी है. जैसे एजुकेशन और हेल्थ'.
पुलकित ने अपनी बात को उदाहरण देते हुए जापान के बारे कुछ खास बातें बताई और कहा 'जापान अपने देश के लोगों के बारे में सबसे पहले सोचता है, उनकी प्रगति के लिए कई कदम उठाता है. इस वजह से वह देश काफी प्रोग्रेस कर रहा है'.
उन्होंने कहा- 'अगर देश के लोग खुश, शिक्षित, सेहतमंद
होंगे तो देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है. खुश लोग देश को आगे लेकर जाएंगे. बस उन्हें बेसिक सुविधाएं देने की जरूरत है'.
पुलकित ने कहा- 'अगर आधी जनता गरीब है उन्हें बेसिक सुविधाएं नहीं मिल रही है तो आप चाहे इंफ्रास्ट्रक्चर में पैसे खर्च करते रहिए. इसका फायदा जनता को नहीं मिलेगा, क्योंकि उनके पास बेसिक सुविधाएं नहीं है. ऐसे में देश की सरकार को इस बारे में सोचना होगा'.
बता दें, साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि, 'आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार 100 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी', वहीं हाल ही में उन्होंने कहा था 'देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देने में इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत बड़ा महत्व होता है. जितना ज्यादा बल हम इंफ्राफ्ट्रक्चर को देते हैं, वो अर्थव्यवस्था, रोजगार और नए उद्योगों को गति देता है. इसलिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में गति लाए हैं. '