मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली त्रिपुरा कैडर की IAS सोनल कालरा ने इंस्टाग्राम में लाइव सेशन में यूपीएससी की तैयारी करने वालों से अपने अनुभव साझा किए. 2008 बैच की आईएएस सोनल का कहना है कि उन्होंने तैयारी के लिए खुद को क्वारनटीन कर लिया था. इससे मुझे AIR 13 मिली. यूपीएससी में टॉप रैंक पाकर उन्हें ओडिशा के बाद हरियाणा में Gurugram Metropolitan City Bus Limited (GMCBL) में सीओ के पद पर काम कर रही हैं. जानिए- सोनल के IAS बनने का सफर कैसा रहा.
सोनल बताती हैं कि वो हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. जब 12वीं में मुझे IAS बनने का ख्याल आया, तब पता चला कि ये भारत का सबसे कठिन एग्जाम है. मैंने मन बना लिया कि एक बार जरूर परीक्षा देना चाहूंगी तो मेरे पिता ने कहा कि एकबार दोबारा सोचो. फिर जब बताया तो उन्हें पूरा सपोर्ट किया.
सोनल ने बताया कि मैं उस समय सीएस (कंपनी सेक्रेटरी) कर रही थी, ग्रेजुएशन का थर्ड ईयर था और मैंने तैयारी शुरू कर दी थी. तब मेरे पिता ने सलाह दी कि मुझे इसके साथ करियर का दूसरा विकल्प भी रखना चाहिए. इसके पीछे मकसद था कि मैं ऐसा बैकअप भी तैयार रखूं कि अगर मेरा सिविल सर्विसेज में एडमिशन नहीं होता तो मैं अपने पैरों पर खड़ी हो सकूं.
वो बताती हैं कि उन्होंने आज से 12-13 साल पहले यूपीएससी की तैयारी के लिए खुद को एक तरह से क्वारनटीन कर लिया था. वो घर पर पूरी तरह फोकस होकर पढ़ती थीं. उन्होंने इंस्टाग्राम लाइव वीडियो में तैयारी और सिलेबस से जुड़े कई और टिप्स भी दिए.
सोनल ने कहा कि हमें तैयारी के लिए अपने आपको एक रुटीन में ढालना चाहिए. जैसे कि कब आपको खाना खाना है, कितनी देर रेस्ट करना है, फिर पढ़ाई के लिए भी एक तय समय होना चाहिए. आपको रूटीन खुद ही तैयार करना चाहिए.
कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन के माहौल में ड्यूटी कर रही सोनल के काम की भी खूब तारीफ हो रही है. सोनल ने गुरुग्राम में लॉकडाउन के दौरान बसों को मोबाइल किराने की दुकान में बदल दिया था. यहां सुनिए- उन्होंने आईएएस की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों से क्या कहा-