मध्य प्रदेश में आज मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. शिवराज कैबिनेट के नए मंत्री गुरुवार सुबह 11 बजे शपथ लेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 11 से 12 बजे तक शपथ ग्रहण समारोह चलेगा. इस दौरान करीब 24-25 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है. आइए ऐसे में जानते हैं इन विधायकों की सैलरी पिछले पांच वर्षों में कितनी थी.
RTI से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में विधायकों के वेतन-भत्तों पर पिछले पांच सालों का खर्चा 149 करोड़ था. ये खर्च 231 विधायकों पर किया गया था.
विधानसभा सचिवालय द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2013 से सितंबर 2018 के बीच विधायकों का वेतन बिल 32.03 करोड़ रुपये था, जबकि उन्हें मिलने वाले अलग-अलग भत्तों पर सरकारी खजाने से लगभग 117 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. इसी के साथ यात्रा भत्ते के रूप में 34.03 करोड़ रुपये भी शामिल थे. आपको बता दें, आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने यह जानकारी मांगी थी.
वित्त वर्ष 2017-18 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य की प्रति व्यक्ति आय 79,907 रुपये थी, जबकि उसी वित्तीय वर्ष में विधायकों की औसत आय 14.48 लाख रुपये थी. इस हिसाब से राज्य में हर एक विधायक की सरकारी कमाई सूबे की अनुमानित प्रति व्यक्ति आय के मुकाबले करीब 18 गुना ज्यादा थी.
आपको बता दें, बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सदस्य हैं. इस लिहाज से अधिकतम 35 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं. शिवराज समेत कुल छह सदस्य अभी कैबिनेट में हैं. इस तरह से 29 मंत्रियों की जगह ही रिक्त है. बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के 8-9 समर्थकों को मंत्री बनाया जा सकता है.
हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं.
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