हिंदुस्तान में वैसे तो कई महान गणितज्ञ पैदा हुए हैं.आर्य भट्ट का नाम तो सभी को हमेशा याद रहता है. गणित में उनका योगदान कोई भूले नहीं भुला सकता. लेकिन हिंदुस्तान में एक ऐसी महिला का भी जन्म हुआ था जिन्होंने गणित को नय आयाम पर पहुंचा दिया था. हम बात कर रहे हैं शकुंतला देवी की.
शकुंतला देवी को ह्यूमन कंप्यूटर बताया जाता है. वो कैलकुलेटर से भी तेज गणित के सवाल हल कर देती थीं. लेकिन कौन है शकुंतला देवी? कैसी रही है उनकी जिंदगी. आइए जानते हैं.
शकुंतला देवी का जन्म बेंगलुरु के ब्राह्मण परिवार में 4 नवंबर 1929 को हुआ था. बचपन से ही उनके तेज दिमाग का गवाह उनका परिवार बन गया था. माना जाता है कि मात्र 3 साल की उम्र मे ही शकुंतला आसानी से बड़े-बड़े नंबर याद कर लिया करती थीं. वहीं 6 साल की उम्र तक तो उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी में अपनी काबिलियत का डंका बजवा दिया था.
शकुंतला देवी ने अपनी जिंदगी में कई मुकाम हासिल किए थे. साल 1982 में उन्हें अपनी गणित के चलते गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी स्थान दिया गया. ये वो दौर था जब शकुंतला देवी की लोकप्रियता पूरे विश्व में फैल चुकी थी. उस समय कहा जाता था कि वो उस जमाने के सभी कंप्यूटर से भी तेज काम करती थीं.
उन्होंने 7,686,369,774,870 × 2,465,099,745,779 का मन में ही गुणा कर सभी को चौंका दिया था. उन्होंने मात्र 28 सेकेंड में उस सवाल का जवाब बता दिया था.
शकुंतला देवी ने एक IAS अफसर पारितोष बनर्जी से शादी रचाई थी. दोनों को अनुपमा बनर्जी के रूप में एक बेटी भी हुई थी.लेकिन जितनी सफल शकुंतला अपने करियर में रहीं, उनकी शादी उतनी सफल नहीं रही. 1979 में उन्होंने अपने पति को डिवोर्स दे दिया था.
शकुंतला देवी ने गणित के अलावा किताबें लिखने में भी खासा रुचि दिखाई थी. उन्होंने होमोसेक्शुएलिटी पर हिंदुस्तान की पहली किताब लिख डाली थी. शकुंतला उन लोगों को हमेशा इस समाज का ही एक हिस्सा मानती थीं.
शकुंतला देवी का साल 2013 में 83 साल की उम्र में निधन हो गया था. अब इतने सालों बाद उनके काम को, उनके संघर्ष को एक फिल्म में पिरोया गया है.
विद्या बालन, शकुंतला देवी के रोल में नजर आने वाली हैं. फिल्म का नाम भी शकुंतला देवी ही रखा गया है. फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है और सभी को खूब पसंद आ रहा है.
शकुंतला देवी को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जा रहा है. फिल्म 31 जुलाई को अमेजन प्राइम पर रिलीज हो रही है. फिल्म का निर्देशन अनु मेनन ने किया है.