
भारत में मेले का मतलब होता है भीड़भाड़, खेल-तमाशा और हजारों की भीड़. लेकिन, बिहार में लगने वाले विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेले में गुरुवार को कर्फ्यू जैसा नजारा दिखा. इसकी वजह बताई जा रही है मेले में लगने वाला थियेटर और यहां होने वाला लड़कियों का डांस. लेकिन, अश्लीलता की वजह से सारण प्रशासन ने इस साल सोनपुर मेले में थियेटरों को लाइसेंस देने से मना कर दिया था. हालांकि बाद में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने थियेटर को लाइसेंस इस शर्त पर दिया कि अश्लीलता का प्रदर्शन नहीं होनी चाहिए. साथ ही साथ यह भी हिदायत दी है कि थियेटर में शराब मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन के बदले रुख के बाद उम्मीद है कि शुक्रवार से सोनपुर मेले में थियेटर गुलजार होंगे.
मेले में रहा कर्फ्यू जैसा नजारा
रोज हजारों लोगों से गुलजार रहने वाले सोनपुर मेले में मंगलवार को पूरी तरह कर्फ्यू जैसा नजारा रहा. भीड़भाड़ वाले मेले की सड़कें सुनसान थीं, तो दुकाने बंद. झूले और खेल-तमाशे भी बंद नजर आए. दूरदराज से मेले में आए व्यापारी दुकानों के सामने उदास बैठे नजर आ रहे थे.
दरअसल, बिहार सरकार ने इस साल सोनपुर मेले में थियेटरों को लाइसेंस देने से मना कर दिया था. कारण बताया गया मेले में होने वाले लड़कियों के अश्लील डांस को. मेले में थियेटरों के बंद किए जाने के विरोध में स्थानीय लोगों ने गुरुवार से सोनपुर मेले को बंद कर दिया. बंद के समर्थन में मेले में व्यवसाय करने आए व्यापारियों, झूले वालों और खेल-तमाशा वालों ने भी अपना व्यवसाय बंद कर दिया. व्यापारियों का कहना है कि थियेटरों के नहीं चलने की वजह से मेले के व्यवसाय पर असर पड़ रहा है.
मेले में बंद हुए थियेटर तो मंदिर में कम हो गए भक्त
मेले में थियेटर बंद कराए जाने से सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी भी नाराज हैं. कार्तिक पूर्णिमा से शुरू होकर 32 दिनों तक चलने वाले इस मेले की वजह से सोनपुर हरिहरनाथ मंदिर में भी भीड़ कम आ रही है. मंदिर के पुजारी खाली बैठे नजर आ रहे हैं. पुजारियों का कहना है की मेले में थियेटर बंद करा दिए जाने से मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है.