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रहें सतर्क, आज भी तूफान का अलर्ट, यूपी में सबसे ज्यादा खतरा

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में आंधी के साथ बारिश होने के कारण रविवार को कम से कम 65 लोगों की मौत हो गयी और भारी नुकसान हुआ. वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने आज भी मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2018,
  • अपडेटेड 12:07 PM IST

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में आंधी के साथ बारिश होने के कारण रविवार को कम से कम 65 लोगों की मौत हो गयी और भारी नुकसान हुआ. वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने आज (सोमवार) भी मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है. अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आंधी के कारण 38 लोगों की मौत हो गई, जबकि पश्चिम बंगाल में आंधी के कारण चार बच्चों समेत कम से कम 12 लोग मारे गये. आंध्र प्रदेश में नौ और दिल्ली में दो लोगों की जान चली गई.

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दिल्ली समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर आई प्रचंड आंधी के कारण बड़ी संख्या में पेड़ गिर गये, सड़क, रेल एवं हवाई यातायात सेवाएं प्रभावित हुईं. मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, असम, मेघालय, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर कल आंधी के साथ बारिश हुई.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, "देश के कुछ हिस्सों में आंधी के कारण लोगों की मौत होने से दुखी हूं. शोक संतप्त परिजनों को मेरी संवेदनाएं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं."

आंधी की वजह से लोगों की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर पार्टी कार्यकर्ताओं से मृतकों के शोक संतप्त परिवारों को हर संभव मदद करने के लिये कहा.

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उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड और पंजाब में करीब दस दिन पहले भी तूफान आया था जिसमें 134 लोगों की मौत हुई थी और 400 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे. इसके बाद नौ मई को उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में फिर से तूफ़ान आया था जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य जख्मी हो गए थे. अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आंधी के कारण 18 लोगों की मौत हो गयी जबकि 28 लोग घायल हो गये.

दिल्ली एवं आसपास के इलाकों में 109 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के कारण दो लोगों की मौत हो गयी और 18 लोग घायल हो गये. इसके चलते विमान, रेल और मेट्रो के परिचालन पर असर पड़ा. पश्चिम बंगाल के आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में भारी बारिश के बीच आसमानी बिजली गिरने से चार बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 से ज्यादा लोग घायल हो गये.

अधिकारियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश में आसमानी बिजली गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई.

राष्ट्रीय राजधानी में रविवार की शाम करीब साढ़े चार बजे मौसम ने करवट ली और आसमान में अंधेरा छा गया. इसके बाद आंधी चलने लगी और बारिश होने लगी. इस वजह से पारा 25.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में तूफ़ान तब आया जब तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस तक चला गया था और सुबह के वक्त आर्द्रता का स्तर 60 प्रतिशत था.

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राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख के एस देवी ने कहा कि तूफान आने की वजह दो पश्चिमी गड़बड़ी है. निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान ) जीपी शर्मा ने बताया कि दिल्ली के ऊपर घने बादल छाये रहे. इसका असर ना सिर्फ दिल्ली बल्कि पानीपत, झज्जर, रोहतक, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रहा.

शर्मा और देवी ने दोनों ने आज भी मौसम कल की तरह ही रहने का अनुमान जताया है. मौसम विभाग ने आज उत्तर प्रदेश के 26 जिलो में 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई है.

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