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India vs West Indies में गेल, कोहली के साथ ही छाप छोड़ेंगे ये पांच फैक्टर

मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले वर्ल्ड टी20 से दूसरे सेमीफाइनल में जब वेस्टइंडीज और भारत भिड़ेंगे तो सबकी नजरें रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर के लिए साथ खेलने वाले दो दोस्त क्रिस गेल और विराट कोहली पर होंगी. लेकिन इसके अलावा भी ऐसे कम से कम पांच फैक्टर हैं जो इस आर-पार की जंग में अपनी छाप छोड़ेंगे.

INDvsWI: ये पांच फैक्टर बदलेंगे मैच का रिजल्ट INDvsWI: ये पांच फैक्टर बदलेंगे मैच का रिजल्ट
सूरज पांडेय
  • नई दिल्ली,
  • 31 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 8:24 PM IST

मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले वर्ल्ड टी20 से दूसरे सेमीफाइनल में जब वेस्टइंडीज और भारत भिड़ेंगे तो सबकी नजरें रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर के लिए साथ खेलने वाले दो दोस्त क्रिस गेल और विराट कोहली पर होंगी. इस मैच का नतीजा काफी हद तक इनके बल्ले से उठने वाले तूफान पर निर्भर करता है. लेकिन इसके अलावा भी ऐसे कम से कम पांच फैक्टर हैं जो इस आर-पार की जंग में अपनी छाप छोड़ेंगे. आइए हम आपको बताते हैं वो पांच फैक्टर जो इस मैच का नतीजा बदलने का दम रखते हैं.

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1. सैमुअल बद्री-सुलेमान बेन की स्पिन
वेस्टइंडीज के स्पिनरों ने इस पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है. सुलेमान बेन आईसीसी टी20 रैंकिंग में पहले नंबर पर मौजूद सैमुअल बद्री का अच्छा साथ दे रहे हैं. जिस तरह इस टूर्नामेंट के पहले ही मैच में न्यूजीलैंड के मिशेल सैंटनर और ईश सोढ़ी की स्पिन जोड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों को चारों खाने चित किया था उसे देखते हुए टीम इंडिया को इनसे सावधान रहने की जरूरत है. यहां बताना जरूरी है कि चार मैचों में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा 45 रन और शिखर धवन 43 रन तो चौथे नंबर पर उतर रहे सुरेश रैना केवल 41 रन बना सके हैं.

2. डैरेन सैमी और आंद्रे रसेल का ऑलराउंड गेम
वेस्टइंडीज के कप्तान डैरेन सैमी ने इस टूर्नामेंट में अभी तक बल्ले और गेंद से बहुत ज्यादा कमाल नहीं दिखाया है. दरअसल टीम के अच्छे प्रदर्शन के चलते सैमी को बैटिंग और बॉलिंग कम ही करनी पड़ी है लेकिन इन दोनों डिपार्टमेंट में अपना दिन होने पर ये अच्छी-अच्छी टीमों की खबर ले सकते हैं. सैमी के अलावा आंद्रे रसेल भी इस फॉर्मेट में बड़ा खतरा हैं. इस टूर्नामेंट में रसेल वेस्टइंडीज के लीडिंग विकेट टेकर हैं. रसेल ऐसे बल्लेबाज हैं जो किसी भी क्रम पर आकर 10-20 गेंदों में ही मैच का परिणाम बदलने का दम रखते हैं. धोनी को इनके लिए विशेष तैयारी करने की जरूरत है.

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3. मर्लन सैमुअल्स-लेंडल सिमंस की बैटिंग
श्रीलंका में हुए 2012 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल को भला कौन भूल सकता है. खराब शुरुआत के बाद वेस्टइंडीज के मर्लन सैमुअल्स ने अकेले दम पर अपनी टीम को पहले तो 137 रनों के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. सैमुअल्स की इस पारी में तीन चौके और श्रीलंका का मनोबल तोड़ने वाले 6 गगनचुम्बी छक्के शामिल थे. बाद में उन्होंने बॉलिंग में भी जबरदस्त हाथ दिखाते हुए चार ओवरों में सिर्फ 15 रन देकर एक विकेट भी लिया. इस मैच जिताऊ प्रदर्शन के दम पर सैमुअल्स ने श्रीलंका का पहला मेजबान चैंपियन बनने का सपना तोड़ते हुए ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब अपने नाम किया. दूसरी तरफ जबरदस्त फॉर्म में चल रहे आंद्रे फ्लेचर की जगह लेंडल सिमंस के मैच की पारी शुरू करने के आसार हैं. ये एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो एक-दो ओवर खेलकर ही विपक्षी बॉलर्स का हौसला चकनाचूर करने का दम रखते हैं. पीएसएल और बिग बैश लीग में रन बरसा कर लौटे हैं और भारतीय पिच पर मुंबई इंडियंस के लिए 2014 में शतक भी जड़ चुके हैं. इन दोनों के लिए धोनी को दमदार रणनीति के साथ मैदान में उतरना होगा.

4. विराट-धोनी को छोड़ इंडिया की खराब बैटिंग
इस पूरे टूर्नामेंट में अपनी जबरदस्त बैटिंग लाइनअप के लिए जानी जाने वाली टीम इंडिया सिर्फ एक बार 150 का आंकड़ा पार कर पाई है. जो बैटिंग हमारी पहचान होती थी उसका इस अंदाज में बिखरना चिंता का विषय है. अपने पहले मैच में दुनिया की बेस्ट बैटिंग लाइनअप महज 79 रनों पर ही सिमट गई थी. इस मैच के बाद भी टीम इंडिया किसी भी मैच में वो बैटिंग नहीं कर पाई जिसके लिए वो जानी जाती है. शिखर-रोहित की सलामी जोड़ी लगातार फेल रही है. सुरेश रैना को जितने मौके मिले वो भुना नहीं पाए. विराट कोहली, युवी और धोनी को छोड़ कर किसी भी अन्य बल्लेबाज ने कुल 50 रन भी नहीं बनाए हैं. इनमें से युवराज आज टीम में नहीं है. इस बात से परेशान टीम निदेशक रवि शास्त्री खिलाड़ियों को डांट भी पिला चुके हैं. ले-देकर विराट पर ही एक बार फिर भरोसा टिका है. अगर विराट नहीं चले तो.... इसे ध्यान में रखकर टॉप ऑर्डर को आज रन बनाने ही होंगे.

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5. स्पिन ट्रैक पर भारतीय स्पिनरों का नहीं चलना
अपनी पिचों पर बल्लेबाजों को नचाने के लिए मशहूर रविचंद्रन अश्विन इस सीरीज में विकेट लेने में लगातार चूक रहे हैं. दूसरे छोर से यही गलती रविंद्र जडेजा से भी हो रही है. अगर टीम इंडिया को इस मैच में जीतना है तो उन्हें अपने स्पिनर्स से अच्छे प्रदर्शन की जरूरत पड़ेगी. अश्विन और जडेजा अगर विकेट नहीं ले पाते हैं तो टीम इंडिया के लिए ये भारी पड़ सकता है. आईपीएल में गेल के खिलाफ काफी सफल रहने वाले अश्विन पर इस मैच में भी उनका तूफान रोकने का जिम्मा होगा. उनके साथ ही रविंद्र जडेजा को भी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा. युवराज सिंह के इस मैच से बाहर होने के चलते टीम इंडिया के पास स्पिन में एक विकल्प पहले से कम हो गया है ऐसे में इन दोनों को आगे आकर जिम्मेदारी उठानी होगी.

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