
इंफोसिस के सह संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने कहा है कि भारत के 10,000 स्टूडेंट्स को हर साल पीएचडी करने के लिए अमेरिका भेजा जाना चाहिए. स्टूडेंट्स को महत्वपूर्ण क्षेत्रों साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ (STEM) में पीएचडी के लिए भेजना जरूरी है.
कितना आएगा खर्चा:
उन्होंने कहा 'इसके लिए भारत और अमेरिका को आपस में एक करार करना चाहिए. यह चीज अगले 50 सालों तक जारी रखनी चाहिए. उनका कहना है कि हर साल इस पर करीब 330 अरब रुपये का खर्च आएगा. पढ़ाई पर जितना खर्च, वह फायदे की तुलना में बहुत ही कम होगा. ये स्टूडेंट्स हर फील्ड में उसके बाद आने वाली समस्याओं के हल के लिए तैयार रहेंगे.' वे इंडो-अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स कॉन्क्लेव में 'विजन 2020' पर बोल रहे थे.
स्टूडेंट्स के साथ होना चाहिए यह करार
उन्होंने कहा कि करार में यह शामिल होना चाहिए कि पीएचडी पूरा करने के बाद वे अमेरिका में रोजगार नहीं कर सकते हैं. स्टूडेंट्स के साथ यह अनुबंध होना चाहिए कि वे भारत आकर कम से कम 10 साल तक अपनी सेवा प्रदान करेंगे. उनका कहना था कि इससे भारत को ही नहीं बल्कि अमेरिका को भी फायदा पहुंचेगा, भारतीय स्टूडेंट्स की एक बड़ी संख्या होगी जो अमेरिकी शिक्षविदों के महत्व को बढ़ाएगी.