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AAP विधायक अमानतउल्लाह के पास बच्चों की फीस भरने के पैसे नहीं, स्कूल ने काटा नाम

दिल्ली के ओखला क्षेत्र से विधायक अमानतुल्लाह के मुताबिक वह कम सैलरी होने की वजह से पिछले 6 महीने से बच्चों की फीस नहीं भर पा रहे हैं.

AAP विधायक अमानतुल्लाह खान AAP विधायक अमानतुल्लाह खान
अकरम शकील
  • नई दिल्ली,
  • 24 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 8:12 AM IST

दिल्ली के विधायकों की सैलरी का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है, आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के बच्चों की स्कूल की फीस जमा ना हो पाने के कारण स्कूल की तरफ से बच्चों का एडमिशन रद्द कर दिया गया है. दिल्ली के ओखला क्षेत्र से विधायक अमानतुल्लाह के मुताबिक वह कम सैलरी होने की वजह से पिछले 6 महीने से बच्चों की फीस नहीं भर पा रहे थे.

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अमानत ने कहा है कि यह एक माता-पिता के लिए शर्मनाक ही नहीं है बल्कि चिंताजनक भी है. उन्होंने कहा है उनकी पत्नी उनसे इस बारे में बात करना चाह रही थीं लेकिन वह विधानसभा सत्र और अन्य पार्टी के कामों में व्यस्त थे. अमानत ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से कहा है, 'अगर वह फीस का इंतजाम कर पाते तो वह कई महीने पहले कर चुके होते, लेकिन अगर आप एक ईमानदार विधायक हैं तो इतनी कम सैलरी में बच्चों की फीस कैसे भर सकते हैं.'

बेटा-बेटी का स्कूल ने किया एडमिशन रद्द
विधायक के तीसरी क्लास में पढ़ने वाली बेटी और सातवीं क्लास में पढ़ने वाले बेटे का नाम हमदर्द पब्लिक स्कूल द्वारा इस सप्ताह फीस ना भर जाने के कारण काट दि़या गया है. विधायक अमानत को स्कूल प्रशासन की तरफ से एक मैसेज प्राप्त हुआ है जिसमें उनके बच्चों के दाखिले रद्द होने की बात कही गई है, स्कूल की तरफ से कहा गया है कि उन्हें बच्चों के दोबारा एडमिशन के लिए अलग से चार्ज भी देना होगा.

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स्कूल ने मांगी दोबारा एडमिशन फीस
स्कूल प्रशासन द्वार अमानत से दोबारा एडमिशन के लिए फीस मांगी गई है. खान के मुताबिक उन पर पहले से ही स्कूल के 58 हजार रुपये बकाया है ऐसे में दोबारा प्रवेश शुल्क देने में वह असमर्थ हैं. खान कहते हैं कि जो अपने बच्चों की फीस पिछले 6 महीने से ना भर पा रहा हो स्कूल उससे दोबारा एडमिशन फीस कैसे मांग सकता है.

विधायक को उम्मीद गृह मंत्रालय पास करेगा वेतन वृद्धि बिल
आप पार्टी के विधायक अमानत कहते हैं कि 83 हजार की सैलरी में से वह 62 हजार अपने ऑफिस को चलाने पर खर्च करते हैं. जिसमें वह 30 हजार दो डाटा ऑपरेटर पर, 20 हजार दो ऑफिस कर्मचारियों पर और 12 हजार ड्राइवर पर खर्च करते हैं. खान को उम्मीद है कि दिल्ली विधान सभा द्वारा पारित विधेयक जिसमें विधायकों और मंत्रियों के वेतन में 400 फीसदी की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है उसे गृह मंत्रालय अपनी मंजूरी दे देगा.

दिल्ली के विधायकों का वेतन अब 2,35,000 रुपये
मुख्यमंत्री अर‍विंद केजरीवाल की आम आदमी की सरकार ने विधानसभा में विधायकों के वेतनवृद्धि का विधेयक पास कर दिया है. बिल के पास होते ही विधायकों की सैलरी में 400 फीसदी का इजाफा हो गया है. बीजेपी के विरोध और फिर सदन के वाकआउट के बीच सभी भत्ता आदि को मिलकार अब दिल्ली के विधायकों को हर महीने 2,35,000 रुपये मिलेगी.

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सरकारी की ओर से पेश विधेयक में विधायकों के मूल वेतन को 12 हजार रुपये बढ़ाकर सीधे 50 हजार रुपये कर दिया गया है. वेतनवृद्धि के अलावा विधानसभा में उपस्थिति के लिए मिलने वाले भत्ते को भी 1,000 रुपये प्रतिदिन के स्थान पर 2,000 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है. बिल के पास होने के साथ ही अब विधायकों के मासिक वेतन में प्रतिवर्ष 5,000 रुपये की वृद्धि होनी है. प्रस्ताव के मुताबिक विधायक का वेतन भत्ता 88,000 हर महीने से बढ़कर हर 1,85,000 रुपये हो जाएगा.

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